हेरहंज : प्रखंड के सेरेनदाग ग्राम में सोमवार को ग्रामीणों ने बैठक की. इसमें हेरहंज थाना पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया गया. करीब 50 ग्रामीणों के हस्ताक्षरयुक्त आवेदन में कहा गया है कि माओवादियों की कार्रवाई के बाद रविवार की शाम पुलिस सेरेनदाग पहुंची. राजेश यादव के घर का दरवाजा खुलवाया.
दरवाजा खोलते ही महिलाओं के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी गयी. जब हल्ला सुन कर संतोष प्रजापति, धनदेव प्रजापति समेत ग्रामीण राजेश के घर के समीप पहुंचे, तो पुलिस ने उनके साथ भी मारपीट की गयी. ग्रामीणों ने उपायुक्त व एसपी से मामले की उच्चस्तरीय जांच कर कार्रवाई की मांग की है. मांग करनेवालों में नंददेव यादव, प्रफुल्ल प्रजापति, इंद्रदेव यादव, प्रदीप प्रजापति, विनीता देवी, सुनीता देवी, यशोदा देवी, किसमतिया देवी समेत दर्जनों ग्रामीण शामिल हैं.
पुलिस ने किसी के साथ मारपीट नहीं की : थानेदार
इस संबंध में थानेदार योगेंद्र पासवान ने कहा कि स्कूल भवन उड़ाने की घटना के बाद पुलिस बल सेरेनदाग गांव पहुंचा. लोगों से पूछताछ की गयी. ग्रामीणों के मारपीट व अभद्र व्यवहार के आरोप पर थानेदार ने कहा कि सारे आरोप बेबुनियाद हैं. किसी के साथ मारपीट नहीं की गयी है. यह सब साजिश है. पुलिस लगातार माओवादियों के खिलाफ अभियान चला रही है.
शनिवार को माअोवादियों ने स्कूल भवन उड़ाया था उल्लेखनीय है कि शनिवार की रात माओवादियों ने उमवि सेरेनदाग का भवन विस्फोट कर उड़ा दिया था. पुलिस पर शहीद भगवती सिंह स्मारक तोड़ने का आरोप लगाया था. इसके बाद सेरेनदाग के ग्रामीण डर से पुन: स्मारक का निर्माण करा रहे थे. घटना के बाद से लोग दहशत में हैं. कई घरों के पुरुष सदस्य पलायन कर गये हैं.