22.2 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कल्याण विभाग के आयुर्वेदिक अस्पतालों में दवाएं नहीं

कल्याण विभाग के आयुर्वेदिक अस्पतालों में दवाएं नहीं स्वास्थ्य विभाग का आयुष अस्पताल भी बरबाद चिकित्सकों की भारी कमीसंजय, रांचीराज्य के जनजातीय इलाके में कल्याण विभाग के 35 आयुर्वेदिक अस्पताल संचालित हैं. इन अस्पतालों में गत दो माह से दवाएं नहीं है. इन अस्पतालों में चिकित्सक की भी भारी कमी है. एक चिकित्सक ने बताया […]

कल्याण विभाग के आयुर्वेदिक अस्पतालों में दवाएं नहीं स्वास्थ्य विभाग का आयुष अस्पताल भी बरबाद चिकित्सकों की भारी कमीसंजय, रांचीराज्य के जनजातीय इलाके में कल्याण विभाग के 35 आयुर्वेदिक अस्पताल संचालित हैं. इन अस्पतालों में गत दो माह से दवाएं नहीं है. इन अस्पतालों में चिकित्सक की भी भारी कमी है. एक चिकित्सक ने बताया कि जिन मरीजों को 40 टेबलेट देने हैं, उन्हें 10 देकर ही काम चलाया जाता है. फिर भी डेढ़-दो माह में ही दवाएं खत्म हो जाती हैं. कल्याण विभाग प्रति चिकित्सालय दवा के लिए 15-20 हजार रुपये सालाना देता है. जबकि मांग करीब डेढ़ लाख रुपये तक की है. इन 35 अस्पतालों के लिए वर्तमान में सिर्फ 10 चिकित्सक हैं, जो एक से अधिक अस्पतालों के प्रभार में हैं. डॉ सीके सिंह सिमडेगा के दो तथा गुमला, लातेहार व गढ़वा के एक-एक अपताल के प्रभार में हैं. उक्त 35 अस्पतालों में से 10 पहाड़ पर हैं. संतालपरगना में रहनेवाली पहाड़िया जनजातियों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के नाम पर इन्हें संचालित किया जाता है. 400 में से 296 पद रिक्तइधर स्वास्थ्य विभाग के तहत संचालित आयुर्वेदिक, योग, यूनानी, सिद्धा व होमियोपैथी (आयुष) चिकित्सा केंद्रों का भी यही हाल है. राज्य में 182 आयुष चिकित्सा केंद्र हैं. इनके लिए चिकित्सकों के कुल चार सौ स्थायी पद में से 296 रिक्त हैं. इन केंद्रों में भी दवाएं नहीं हैं. अभी चार वर्ष के बाद आयुर्वेदिक व होमियोपैथिक दवाअों की खरीद हो रही है. आयुष चिकित्सा से संबंधित दवाएं न रहने से कुल 332 चिकित्सक गत चार वर्षों से बेकार हैं. इनमें से 104 स्थायी चिकित्सक हैं तथा शेष 228 राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के तहत बहाल अनुबंधित चिकित्सक हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें