ओके…श्रीराम के आदर्श व गुणों को आत्मसात करें
अोके…श्रीराम के आदर्श व गुणों को आत्मसात करेंश्रीसीताराम विवाहोत्सव में प्रस्तुत की गयी झांकी फोटो-15 डालपीएच-3 ,4 व 5कैप्सन-झांकी,बोलते सांसद व उपस्थित लोगप्रतिनिधि, पोलपोल(पलामू). सदर प्रखंड के पोलपोल स्थित शिव मंदिर परिसर में श्रीराम चरित नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ का 38 वां अधिवेशन चल रहा है. गुरुवार को मानस के प्रसंग के अनुसार श्रीसीताराम विवाहोत्सव […]
अोके…श्रीराम के आदर्श व गुणों को आत्मसात करेंश्रीसीताराम विवाहोत्सव में प्रस्तुत की गयी झांकी फोटो-15 डालपीएच-3 ,4 व 5कैप्सन-झांकी,बोलते सांसद व उपस्थित लोगप्रतिनिधि, पोलपोल(पलामू). सदर प्रखंड के पोलपोल स्थित शिव मंदिर परिसर में श्रीराम चरित नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ का 38 वां अधिवेशन चल रहा है. गुरुवार को मानस के प्रसंग के अनुसार श्रीसीताराम विवाहोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस अवसर पर वृंदावन से आये रामलीला मंडली के कलाकारों ने जनकपुर के सीता स्वयंवर का झांकी प्रस्तुत किया गया. कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किये गये इस मनमोहक झांकी को काफी सराहा. यज्ञाचार्य पंडित विद्यापति पांडेय ने वेद मंत्रोच्चार के साथ राम व सीता का विवाह संपन्न कराया. इस अवसर पर श्रद्धालु महिलाओं ने विवाह के मंगल गीत प्रस्तुत किये. वाराणसी से पधारी मानस कोकिला नीलम शास्त्री ने संगीतमय विवाह का मंगलगीत प्रस्तुत किया. इस तरह वातावरण भक्तिमय हो गया था. इस कार्यक्रम में पोलपोल के अलावा दर्जनों गांवों के महिला-पुरुष श्रद्धालु काफी संख्या में शामिल थे. मौके पर पलामू सांसद वीडी राम ने इस तरह के उत्सव को ऐतिहासिक बताया. कहा कि इस तरह के आयोजन से पलामू में भक्ति का वातावरण तैयार हो रहा है. प्रभु श्रीराम के आदर्श व गुणों को धारण करने से ही समाज की विषमता दूर होगी. महिलाएं माता सीता के गुणों को यदि धारण करें तो परिवार बिखरने से बचेगा. मौके पर पूजा समिति के अध्यक्ष आनंद सिंह, सचिव शशि सिंह, उमेश प्रसाद, लिलेश्वर सिंह, सोनू, उदयनाथ तिवारी, मुखिया सचिंद्र कुमार, विशेष मोची, रविंद्र सिंह, ललित सिंह, सुशील सिंह, अर्जुन सिंह आदि मौजूद थे.सुदना में मना सीताराम विवाहोत्सवमेदिनीनगर. सदर प्रखंड के सुदना स्थित श्री तुलसी मानस मंदिर परिसर में आयोजित श्रीराम चरित मानस नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ के 33 वें अधिवेशन में गुरुवार को धूमधाम से श्रीसीताराम विवाहोत्सव मनाया गया. इस अवसर पर जालौन से पधारे रामजी रामायणी, मानस माधुरी अखिलेश्वरी, जमानिया से पधारे अखिलेश उपाध्याय, पंडित विनोद पाठक ने मानस के प्रसंग के अनुसार सीता स्वयंवर की चर्चा की और विवाह के मंगल गीत प्रस्तुत किये. उत्सव में शामिल महिला श्रद्धालुओं ने भी विवाह के मंगल गीत गाये. मौके पर सतीश पांडेय, पुष्पा पांडेय, अरुण सिंह, प्रवीण मिश्रा, अभिमन्यू ओझा, बाल्मिकी तिवारी, सुनील ओझा आदि शामिल थे.श्री सीताराम विवाहोत्सव में गूंजा मंगल गीतफोटो- नेट से सतबरवा(पलामू). महावीर चौक के पास श्रीराम चरित मानस नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ चल रहा है. इस अवसर पर गुरुवार को मानस के प्रसंग के अनुसार श्री सीताराम विवाहोत्सव मनाया गया. इस अवसर पर विवाह के मंगल गीत गाये गये. लोगों ने भावविभोर होकर विवाहोत्सव का आनंद उठाया. मौके पर पूर्व सरपंच नंदकिशोर प्रसाद, सुनील कुमार गुड्डू, राहुल प्रसाद, कुंदन जायसवाल, अवधेश सिंह, राजेंद्र सिंह, अजय कुमार, संजय यादव, मनोज गुप्ता सहित काफी संख्या में लोग शामिल थे.चैनपुर में मना श्रीराम विवाहोत्सवफोटो-15 डालपीएच-6चैनपुर. चैनपुर बाजार परिसर में आयोजित श्रीराम चरित मानस नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ का 45 वां अधिवेशन चल रहा है. गुरुवार को मानस प्रसंग के अनुसार श्रीसीताराम विवाहोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस अवसर पर वेद मंत्रोच्चार के साथ भगवान श्रीराम व माता जानकी की विवाह संपन्न कराया गया. जौनपुर से आये पंडित दिनेश मिश्रा, देवरिया से पधारी साधना तिवारी ने श्री सीताराम विवाह प्रसंग की मार्मिक चर्चा की व विवाह से जुड़े मंगल गीत प्रस्तुत किये. उत्सव में चैनपुर के अलावा निकटवर्ती गांवों से आये सैकडों की संख्या में महिला श्रद्धालुओं ने विवाह के पारंपरिक गीत गाये. इससे पहले बुधवार की रात दोनो विद्वान प्रवक्ताओं ने भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव पर विस्तार से चर्चा की.भगवान श्रीराम की मर्यादा अनुकरणीय है : विनोदमेदिनीनगर. सदर प्रखंड के बढकागांव में शारदीय नवरात्र के अवसर पर आयोजित प्रवचन के क्रम में मानस प्रवक्ता पंडित विनोद पाठक ने भगवान श्रीराम की मर्यादा को शाश्वत रूप से अनुकरणीय बताया. उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति भूलवश भी भगवान का नाम लेता है, तो उसका जीवन सफल हो जाता है. भगवान श्रीराम अलग-अलग रूपों में जीवों के सामने प्रस्तुत होते हैं. उन्होंने श्रीराम चरित मानस के दृष्टांतों की सरल प्रस्तुति करते हुए बताया कि भगवान राम ने राजा दशरथ के लिए जन्म लिया था, जबकि माता कौशल्या के लिए प्रगट हुए थे और संसार के विप्र,धेनु, सुर व संतों के लिए अवतार लिया था. वाराणसी से पधारे मानस मार्तंड पंडित अच्यूतानंद शास्त्री ने भावपूर्ण तरीके से रामकथा सुनायी. दिन में पंडित कामेश्वर पाठक ने दुर्गा सप्तशति का पाठ कराया. यजमान के रूप में जीतू झा मौजूद थे. परमात्मा का नाम ही एक आधार : साधनाचैनपुर. चैनपुर बाजार परिसर में आयोजित श्रीराम चरित मानस नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ में प्रवचन के दौरान देवरिया से पधारी मानस कोकिला साधना तिवारी ने परमात्मा के नाम की महिमा पर विस्तार से प्रकाश डाला. कहा कि कलियुग में भवपार होने के लिए प्रभुनाम ही पतवार के समान है. इसलिए लोगों को श्रद्धा व भक्तिभाव से नित्य प्रभुनाम का जप करना चाहिए. राम नाम के सहारे ही जीवन नैया पार लगेगी. उन्होंने बताया कि जब धर्म की हानि होने लगती है और अधर्म बढता है तब परमात्मा विभिन्न रूप धारण कर संसार में अवतरित होते हैं और असूरों का संहार कर धर्म की स्थापना करते हैं. जौनपुर से आये मानस प्रवक्ता पंडित दिनेश मिश्रा ने कहा कि लोगों को चरित्रवान होना चाहिए. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पहाड़ की चोटी या पेड़ की डाली से जो गिरता है, उसका इलाज तो हो सकता है, लेकिन जिसका चरित्र ही ठीक नहीं हो, वह दूसरों की नजरों के साथ-साथ अपने नजरों से भी गिर जाता है और वह कभी भी समाज में प्रतिष्ठा का पात्र नहीं हो सकता. इसलिए लोगों को हमेशा सदगुण धारण करना चाहिए और अवगुणों का त्याग करना चाहिए.उपासना स्वर्ग का द्वार खोलती है: नीलमफोटो-15 डालपीएच-8कैप्सन-नीलम शास्त्रीपोलपोल(पलामू). वाराणसी से पधारी मानस कोकिला नीलम शास्त्री ने नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ में प्रवचन के क्रम में मानव जीवन की महता पर विस्तार से प्रकाश डाला. कहा कि ईश्वर की असीम कृपा से देव दुर्लभ मानव शरीर मिला है. इसकी महत्ता को समझते हुए अपने जीवन के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए लोगों को पुरुषार्थ करना चाहिए. संसार के विषय-भोग का त्याग कर परमानंद की उपलब्धि के लिए भक्ति करनी चाहिए. क्योंकि भक्ति से ही जीवन मुक्ति मिलती है.