ओके…धर्म के मर्म को समझने की जरूरत : साध्वी संगीता

अोके…धर्म के मर्म को समझने की जरूरत : साध्वी संगीताफोटो- नेट से पांकी(पलामू). नवरात्र के पावन मौके पर पांकी के श्रीराम जानकी मंदिर में चल रही श्रीराम चरित मानस नवाह्न परायण पाठ में प्रवचन के दौरान अयोध्या की मानस कोकिला सुश्री संगीता, शिवानी सोनी व वंदना ने कहा कि लोगों को धर्म के मर्म को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2015 6:06 PM

अोके…धर्म के मर्म को समझने की जरूरत : साध्वी संगीताफोटो- नेट से पांकी(पलामू). नवरात्र के पावन मौके पर पांकी के श्रीराम जानकी मंदिर में चल रही श्रीराम चरित मानस नवाह्न परायण पाठ में प्रवचन के दौरान अयोध्या की मानस कोकिला सुश्री संगीता, शिवानी सोनी व वंदना ने कहा कि लोगों को धर्म के मर्म को समझने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कलियुग में भवपार होने के लिए प्रभु नाम का ही सहारा लेना होगा, तभी जाकर नैया पार हो सकता है. मानस कोकिला ने प्रवचन के दौरान कहा कि जब धर्म की हानि होने लगती है, तब अधर्म बढ़ता है. वैसे स्थिति में परमात्मा कई अन्य रूप धारण कर संसार में अवतरित होते हैं और असुरों का नाश कर धर्म की स्थापना करते हैं. आज जरूरत है उनके आदर्शों को अपनाने की, तभी इस मानस पाठ की सार्थकता सिद्ध होगी. नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ समिति के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद ने बताया कि यह प्रवचन नौ दिन तक चलता रहेगा. इस यज्ञ को सफल बनाने में अध्यक्ष के अलावा समिति के कई लोगों का विशेष योगदान है. प्रवचन सुनने के लिए आसपास के गांवों में श्रद्धालुओं की भीड उमड़ रही है.

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