समर्थन व निरीक्षण से होगा कल्याण

समर्थन व निरीक्षण से होगा कल्याण फोटो-18 डालपीएच-5पाटन(पलामू). पाटन के सकलदीपा में दुर्गा पूजा व श्रीराम चरित मानस नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ के अवसर पर प्रवचन के क्रम में वाराणसी के डॉ मदनमोहन मिश्रा ने कहा कि समर्थन, संरक्षण व निरीक्षण से ही राष्ट्र का कल्याण संभव है. अपने व्यक्तित्व में बड़ों के प्रति समर्पण, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2015 6:46 PM

समर्थन व निरीक्षण से होगा कल्याण फोटो-18 डालपीएच-5पाटन(पलामू). पाटन के सकलदीपा में दुर्गा पूजा व श्रीराम चरित मानस नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ के अवसर पर प्रवचन के क्रम में वाराणसी के डॉ मदनमोहन मिश्रा ने कहा कि समर्थन, संरक्षण व निरीक्षण से ही राष्ट्र का कल्याण संभव है. अपने व्यक्तित्व में बड़ों के प्रति समर्पण, छोटों का संरक्षण व स्वयं का निरीक्षण करने से ही राष्ट्र की उन्नति होती है. उन्होंने कहा कि शासक वर्ग सुखी होगा और शाश्वत दुखी होगा, तो समाज में शांति नहीं होगी. कहा गया है कि जा राज्य प्रिय प्रजा दुखारी, सो नृप अवसही नरक अधिकारी. उन्होंने कहा कि माता सुमित्रा व लक्ष्मण के चरित्र का चित्रण करते हुए कहा कि मां को अपने बेटे को राम व राष्ट्र से जोड़ना चाहिए. बेटा संस्कारवान होगा, तो वह देवालय जायेगा और यदि पुत्र संस्कारी नहीं हुआ, तो वह मदिरालय चला जायेगा. मौके पर सुरेशचंद्र मिश्रा ने पुष्पवाटिका का चरित्र चित्रण किया. औरंगाबाद के ईश्वर पांडेय ने राम नाम की महिमा पर प्रकाश डाला. संचालन रामविनय पांडेय ने किया. मौके पर गुप्तेश्वर सिंह, कृष्णा पांडेय, अरुण पांडेय, योगेंद्र पांडेय, महेंद्र पांडेय सहित कई लोग मौजूद थे. सीता के संताप ने लंका को जलाया : पाठकफोटो-18 डालपीएच-6मेदिनीनगर. सदर प्रखंड के बडकागांव में दुर्गा पूजा सह नवरात्र के अवसर पर आयोजित प्रवचन में रोहतास के मानस प्रवक्ता पंडित विनोद पाठक ने संगीतमय रामकथा के क्रम में कहा कि भगवान राम ने जब हनुमान से पूछा कि लंका को क्यों जलाया, तो हनुमान ने कहा कि लंका को उन्होंने नहीं जलाया, बल्कि सीता के संताप ने लंका को जला डाला. लंका दहन में विभिषन की जाप की भूमिका रही. उन्होंने कहा कि हनुमान सदैव अपने मान का हनन कर भगवान श्रीराम के मान की रक्षा करते हैं. प्रवचन में वाराणसी के पंडित अच्यूतानंद शास्त्री ने भरत चरित का चित्रण किया. मौके पर कई लोग मौजूद थे.मानस समाज को जोड़ता है : मिश्राफोटो-18 डालपीएच-4चैनपुर. चैनपुर बाजार स्थित श्री रामचरित मानस नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ सह दुर्गा पूजा के अवसर पर आयोजित प्रवचन के दौरान उतरप्रदेश के पंडित दिनेश मिश्रा ने कहा कि राम चरित मानस का एक मात्र उदेश्य समाज को जोड़ना है. रामचरित मानस का सार भी यही है कि समाज को जोड़ा जाये. राम चरित मानस में भाई,माता-पिता,सगे संबंधी और पराय लोगों को भी अपना बनाने की सीख देता है. उन्होंने कहा कि वृद्ध और युवा दोनों की ऊर्जा मिल जाये, तो समाज और देश का कल्याण हो जायेगा. मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन निराशा होता है, क्योंकि वीर कभी अधीर नहीं होता. मौके पर अध्यक्ष काशी प्रसाद, उपाध्यक्ष, रूपेश कुमार, निरंजन कमलापुरी, धीरज कुमार, प्रदीप कुमार, उमेश गुप्ता सहित काफी संख्या में लोग शामिल थे.

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