सात हजार रुपये से प्रारंभ हुआ था श्रीराम चरित मानस नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ

सात हजार रुपये से प्रारंभ हुआ था श्रीराम चरित मानस नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ हेडलाइन…शहर की पहचान है अंबाकोठी का आयोजनलातेहार. अंबाकोठी में श्री रामचरित मानस नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ 41 साल से लगातार होता आ रहा है. इतने सालों में आयोजन समिति ने कई उतार-चढ़ाव देखे. 1973 में इस आयोजन पर मात्र सात हजार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 19, 2015 7:11 PM

सात हजार रुपये से प्रारंभ हुआ था श्रीराम चरित मानस नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ हेडलाइन…शहर की पहचान है अंबाकोठी का आयोजनलातेहार. अंबाकोठी में श्री रामचरित मानस नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ 41 साल से लगातार होता आ रहा है. इतने सालों में आयोजन समिति ने कई उतार-चढ़ाव देखे. 1973 में इस आयोजन पर मात्र सात हजार रुपये का खर्च आया था. जबकि वर्तमान में पांच से सात लाख रुपये खर्च होता है. पाठ कर्ता एवं श्रद्धालुओं के लिए महायज्ञ समिति द्वारा हर सुविधाएं प्रदान की जाती है. पहले दर्जन भर महिला एवं पुरोहित पाठ में बैठते थे. जबकि इस वर्ष 451 महिलाएं एवं कुंवारी कन्याएं परायण पाठ कर रही हैं. आयोजन पद्धति अब भी वही है, जो शुरुआती दौर में थी. सुबह पांच बजे से सात बजे तक पूजा-अर्चना, आठ बजे से दोपहर दो बजे तक तक ब्राह्मणों एवं महिला श्रद्धालुओं द्वारा रामचरित मानस का पाठ, संध्या में आरती व रात्रि में विद्वानों का प्रवचन होता है. विगत दो वर्ष से रासलीला एवं रामलीला का आयोजन हो रहा है. शारदीय नवरात्र में इस आयोजन से शहर का वातारण भक्तिमय हो जाता है. यदि यह आयोजन न हो, तो नवरात्र एवं दशहरा का आनंद ही फीका पड़ जाये.

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