नियुक्ति के 35 वर्ष बाद सेवाशर्त नियमावली

नियुक्ति के 35 वर्ष बाद सेवाशर्त नियमावली फ्लैग : वर्ष 1981-82 में खुले थे 110 प्रोजेक्ट हाइस्कूल एकीकृत नियुक्ति नियमावली में प्रोजक्ट उच्च विद्यालय शामिल सेवानिवृत्त हो गये स्कूलों के 60 प्रतिशत से अधिक शिक्षक संवाददाता रांची. प्राेजेक्ट उच्च विद्यालय शिक्षकों की नियुक्ति के 35 वर्ष बाद अब सेवा शर्त नियमावली बनी है़ उच्च विद्यालय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2015 6:18 PM

नियुक्ति के 35 वर्ष बाद सेवाशर्त नियमावली फ्लैग : वर्ष 1981-82 में खुले थे 110 प्रोजेक्ट हाइस्कूल एकीकृत नियुक्ति नियमावली में प्रोजक्ट उच्च विद्यालय शामिल सेवानिवृत्त हो गये स्कूलों के 60 प्रतिशत से अधिक शिक्षक संवाददाता रांची. प्राेजेक्ट उच्च विद्यालय शिक्षकों की नियुक्ति के 35 वर्ष बाद अब सेवा शर्त नियमावली बनी है़ उच्च विद्यालय शिक्षक नियुक्ति नियमावली के लिए बनाये जा रहे एकीकृत नियमावली में प्रोजेक्ट उच्च विद्यालय को भी शामिल किया गया है़ नियुक्ति नियमावली नहीं होने के कारण विद्यालय में 1982 के बाद से शिक्षकों की नियुक्ति भी नहीं हुई है़ 35 वर्ष बाद अब विद्यालयों में नियुक्ति व सेवा शर्त निमयावली बनायी जा रही है़ नियमावली बनाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है़ शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होने के कारण विद्यालयों में आधे से अधिक शिक्षकों के पद रिक्त हैं. कई ऐसे विद्यालय हैं, जहां मात्र एक शिक्षक हैं. किसी भी स्कूल में सभी विषयों के शिक्षक नहीं हैं. किसी भी विद्यालय में जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा के शिक्षक नहीं हैं. एकीकृत बिहार में राज्य में शैक्षणिक दृष्टिकोण से पिछड़े प्रखंडों में 150 प्रोजेक्ट विद्यालय खोले गये थे. झारखंड गठन के बाद 116 विद्यालय झारखंड में आ गये. 116 विद्यालयों में से 75 से अधिक बालिका विद्यालय हैं. विद्यालय खोलने का उद्देश्य जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा का प्रचार-प्रसार करना था. कैसे हुई थी शिक्षकों की नियुक्ति प्रोजेक्ट उच्च विद्यालय अभियान के तहत खोले गये थे, इसमें पूर्व से संचालित विद्यालयों को प्रोजेक्ट विद्यालय में बदल दिया गया था़ इसके अलावा जहां नये विद्यालय खोले गये, वहां शिक्षकों की नियुक्ति का अधिकार विद्यालय प्रबंध समिति को दे दिया गया़ इसके लिए गाइडलाइन जारी की गयी. शिक्षकों की सेवा शर्त नियमावली बाद में बनाने की बात कही गयी थी, पर सेवा शर्त नियमावली नहीं बनी़ आधे से अधिक शिक्षकों के पद रिक्त विद्यालयों में आधे से अधिक शिक्षकों के पद रिक्त हैं. प्रत्येक विद्यालय में आठ शिक्षक के पद स्वीकृत हैं. इसके तहत विज्ञान में तीन, मानविकी में तीन व समाज विज्ञान में दो शिक्षक के पद स्वीकृत किये गये. एक विद्यालय में कुल आठ शिक्षकों के पद स्वीकृत है, जबकि कार्यरत मात्र एक से दो हैं.

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