पाप की प्रवृति नष्ट करता है स्वर्वेद : राजेश

पाप की प्रवृति नष्ट करता है स्वर्वेद : राजेश छतरपुर(पलामू). शारदीय नवरात्र के अवसर पर आध्यात्मिक सदग्रंथ स्वर्वेद का पाठ किया जा रहा है. सरइडीह रोड स्थित सत्ययनारायण सिंह भवन में 13 अक्तूबर से सदग्रंथ स्वर्वेद की चौपाई व भाष्य का पाठ शुरू हुआ है. विहंगम योग संत समाज के पूर्णकालिक प्रचारक राजेश भारद्वाज ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2015 7:21 PM

पाप की प्रवृति नष्ट करता है स्वर्वेद : राजेश छतरपुर(पलामू). शारदीय नवरात्र के अवसर पर आध्यात्मिक सदग्रंथ स्वर्वेद का पाठ किया जा रहा है. सरइडीह रोड स्थित सत्ययनारायण सिंह भवन में 13 अक्तूबर से सदग्रंथ स्वर्वेद की चौपाई व भाष्य का पाठ शुरू हुआ है. विहंगम योग संत समाज के पूर्णकालिक प्रचारक राजेश भारद्वाज ने बताया कि विश्व में शांति व अमन चैन की कामना को लेकर इसका आयोजन किया गया है. पिछले वर्ष भी शारदीय नवरात्र में आयोजन हुआ था. उन्होंने बताया कि विजयादशमी के दिन पाठ का समापन होगा. महर्षि सदाफल देव जी महाराज ने शून्य शिखर हिमालय स्थित आश्रम पर इस सदग्रंथ की रचना की थी. 17 वर्षों की कठोर साधना के दौरान स्वामीजी ने जो अनुभव किया, उसे इस सदग्रंथ में समाहित किया है. यह सदग्रंथ विश्व के मानव समुदाय के लिए धरोहर है. इसके स्वाध्याय से जहां आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है, वहीं पाप जैसे बुरे कर्म करने की प्रवृति का भी नाश होता है. मानव जीवन के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है और चारों फलों की प्राप्ति होती है.

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