मझिआंव में घटना को लेकर तनाव बरकरार

मझिआंव में घटना को लेकर तनाव बरकरार 15 नामजद व 50 अज्ञात के विरुद्ध दर्ज हुई है प्राथमिकी घटना के रात से ही घर छोड़ चुके हैं क्लब के सदस्य मामला दुर्गा पूजा प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस व क्लब के सदस्यों के बीच मारपीट कामझिआंव(गढ़वा). मझिआंव बाजार की शुक्रवार की रात प्रतिमा विसर्जन के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 26, 2015 7:18 PM

मझिआंव में घटना को लेकर तनाव बरकरार 15 नामजद व 50 अज्ञात के विरुद्ध दर्ज हुई है प्राथमिकी घटना के रात से ही घर छोड़ चुके हैं क्लब के सदस्य मामला दुर्गा पूजा प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस व क्लब के सदस्यों के बीच मारपीट कामझिआंव(गढ़वा). मझिआंव बाजार की शुक्रवार की रात प्रतिमा विसर्जन के दौरान क्लब के सदस्यों व पुलिस के बीच हुई मारपीट की घटना के बाद से अभी तक मझिआंव बाजार में दहशत का माहौल बना हुआ है. बाजार के सभी चौक-चौराहों पर इसी बात को लेकर चर्चा हो रही है. शुक्रवार की रात की घटना में दो एएसआइ सहित आठ पुलिसकर्मी और क्लब के कुछ सदस्य भी घायल हुए हैं. इस मामले में मझिआंव थाने में यंग स्टार क्लब एवं नवदीप संघ के अध्यक्ष सहित 15 सदस्यों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज हुई है. साथ ही 50 अज्ञात लोगों को भी पुलिस ने इस मामले में अभियुक्त बनाया है. इसमें दीपक कुमार नामक एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. मझिआंव नगर पंचायत अध्यक्ष सुमित्रा देवी का पुत्र दीपक कुमार के विरुद्ध पुलिस की इस तरह कड़ी कार्रवाई किये जाने से क्लब के अन्य सदस्य भयभीत हो चुके हैं. वे गिरफ्तारी के भय से अपना घर छोड़ने के लिए विवश हो गये हैं. इधर 50 अज्ञात लोगों में पुलिस किसको-किसको अभियुक्त मान रही है, इसको लेकर भी लोगों में संशय है. इसके कारण कई लोग इस समय तनाव में दिख रहे हैं. वैसे दीपक की गिरफ्तारी के बाद से पुलिस अभी तक किसी अभियुक्त के घर रेड करने के उद्देश्य से नहीं पहुंची है. बावजूद क्लब के सदस्यों की नींद हराम है. इस समय मझिआंव बाजार में ऐहतियात को लेकर पुलिस गश्त तेज कर दी गयी है. लोगों का कहना है कि पुलिस गश्ती पहले से होती रही है, लेकिन इस समय पुलिस की गश्ती गाड़ी देखते ही लोगों को तनाव उत्पन्न हो जा रहा है कि कहीं वे कार्रवाई की जद में न आ जायें. बाजारवासियों में विशेष रूप से दुर्गा पूजा में सक्रिय रहनेवाले लोगों का कहना है कि पूजा के पूर्व तक जहां वे लोग पुलिस प्रशासन के साथ मिलजुल कर सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में रह रहे थे, वहीं आज प्रतिमा विसर्जन के दिन घटी घटना के बाद पुलिस और नागरिकों के बीच दूरी बनती दिख रही है. कई लोगों ने मझिआंव थाने में इस मामले में दर्ज प्राथमिकी(127/15) में कई निर्दोष के नाम होने का आरोप लगाते हुए इस मामले की सही जांच कर उच्च अधिकारियों से आगे की कार्रवाई करने की मांग की है. लेकिन अभीतक न तो स्थानीय स्तर पर पुलिस का कोई भारी दबाव पड़ा है, न ही इस मामले में कोई नरमी बरते जाने के संकेत मिले हैं. इसके कारण नागरिकों के बीच में तनाव की स्थिति बनी हुई है.

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