चियांकी केंद्र को मॉडल बनाया जायेगा: कुलपति
चियांकी केंद्र को मॉडल बनाया जायेगा: कुलपति फोटो-सैकत चारकैप्सन-प्रक्षेत्र भ्रमण करते कुलपति व वैज्ञानिकप्रतिनिधि, मेदिनीनगर. चियांकी स्थित बिरसा क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र को मॉडल केंद्र बनाया जायेगा. इसके साथ झारखंड के अन्य दो केंद्रों को भी मॉडल केंद्र का रूप दिया जायेगा. उक्त बातें बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा जॉर्ज जॉन ने कही. वे […]
चियांकी केंद्र को मॉडल बनाया जायेगा: कुलपति फोटो-सैकत चारकैप्सन-प्रक्षेत्र भ्रमण करते कुलपति व वैज्ञानिकप्रतिनिधि, मेदिनीनगर. चियांकी स्थित बिरसा क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र को मॉडल केंद्र बनाया जायेगा. इसके साथ झारखंड के अन्य दो केंद्रों को भी मॉडल केंद्र का रूप दिया जायेगा. उक्त बातें बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा जॉर्ज जॉन ने कही. वे शनिवार को जेडआरएस में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि अनुसंधान केंद्र में वैज्ञानिक और किसानों की बराबर सहभागिता होनी चाहिए. किसानों को आगे आकर अपनी समस्याओं को रखने और उसे सुलझाने संबंधी जमीनी हकीकत से वैज्ञानिकों को रूबरू कराना चाहिए. डॉ जॉन ने कहा कि झारखंड के सभी केंद्रों में कर्मचारियों व पदाधिकारियों की कमी है. इसकी नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द पूरी कर ली जायेगी. कृषि को उन्नत, आत्मनिर्भर व व्यवसायिक बनाने की दिशा में सभी को मिल कर काम करना होगा. सरकार इस दिशा में काफी गंभीर है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निदेशक कृषि अनुसंधान डा डीएन सिंह द्रोण ने कहा कि अनुसंधान की एक अपनी अलग प्रक्रिया होती है. यह अच्छी भी हो सकती है और बुरी भी. इसके लिए समय देना होगा. आज जो चीज अच्छा है, जरूरी नहीं कि 10 वर्ष बाद वो अच्छा ही रहे, इसके लिए पल दर पल अनुसंधान की प्रक्रिया से गुजरनी होगी. कृषि के क्षेत्र में नित्य नये अनुसंधान की काफी आवश्यकता है और उससे भी आवश्यक है कि शोध में सामने आये अच्छी प्रक्रियाओं को जमीन तक उतारा जाये. इस अवसर पर निदेशक बीज व भंडारण डा आरपी सिंह ने कहा कि समय के साथ-साथ खुद को बदलना होगा. कृषि के तरीकों में पारंपरिक विधि के साथ-साथ नये वैज्ञानिक विधियों का समावेश कर ही बेहतर परिणाम सामने आ सकते हैं. मौके पर जेडआरएस के निदेशक डा डीएन सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए केंद्र के कार्यों से रूबरू कराया. इससे पहले कुलपति ने प्रक्षेत्र भ्रमण किया. कृषि वैज्ञानिकों ने कुलपति को ज्ञापन भी सौपा. कार्यक्रम का संचालन वैज्ञानिक प्रमोद कुमार ने किया. मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यक्रम समन्वयक ललित कुमार दास, डा सुनिता कुमारी कमल, डॉ कुमार शैलेंद्र मोहन, डॉ अख्लाक अहमद, डा एएम अंसारी, डा ए पॉल आदि मौजूद थे.