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पहाड़िया को भी एक रुपये किलो अनाज

पहाड़िया को भी एक रुपये किलो अनाजपहले मुफ्त मिलता था, हो रहा विरोध वरीय संवाददाता, रांचीसरकार पहाड़िया सुमदाय के लोगों को मुफ्त अनाज देती थी. अन्नपूर्णा योजना की तरह इन्हें मुफ्त में प्रति माह 35 किलो अनाज मिलता था. अब खाद्य सुरक्षा अधिनियम के लागू होने पर इन्हें भी अनाज के लिए पैसे देने पड़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 1, 2015 6:31 PM

पहाड़िया को भी एक रुपये किलो अनाजपहले मुफ्त मिलता था, हो रहा विरोध वरीय संवाददाता, रांचीसरकार पहाड़िया सुमदाय के लोगों को मुफ्त अनाज देती थी. अन्नपूर्णा योजना की तरह इन्हें मुफ्त में प्रति माह 35 किलो अनाज मिलता था. अब खाद्य सुरक्षा अधिनियम के लागू होने पर इन्हें भी अनाज के लिए पैसे देने पड़ रहे हैं. सरकार ने इन्हें भी एक रु प्रति किलो अनाज देने का निर्णय लिया है. इससे माल पहाड़िया तथा सौरिया पहाड़िया लोगों में नाराजगी है. दुमका जिले के गोपीकांदर प्रखंड में कुछ पहाड़िया पहाड़ से उतर कर अनाज लेने आये थे. अनाज देने के बाद पीडीएस डीलर ने उनसे पैसे मांगे. इस पर उन्होंने कहा कि आज तक तो पैसे नहीं लगते थे. इसके बाद सभी लोग अनाज मुफ्त में लेकर चले गये. राज्य में माल पहाड़िया तथा सौरिया पहाड़िया आदिम जनजाति के लोग साहेबगंज, पाकुड़, दुमका, जामताड़ा व गोड्डा जिले में रहते हैं. वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार माल पहाड़िया की कुल आबादी 1.35 लाख तथा सौरिया पहाड़िया की आबादी करीब 46 हजार है. गौरतलब है कि सरकार पहाड़ पर रहने वाली इस अादिम जनजाति के लिए कई कार्यक्रम चलाती है. कल्याण विभाग पहाड़िया जनजाति के लिए पहाड़ पर ही आयुर्वेदिक अस्पताल भी चलाता है.

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