खुद को देवता नहीं मानते थे साईं : भैया जी जोशी
खुद को देवता नहीं मानते थे साईं : भैया जी जोशीआरएसएस की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक संपन्न भारत को प्रदूषण मुक्त बनाने की दिशा में संघ करेगा पहलवरीय संवाददाता, रांची.राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश भैया जी जोशी ने साईं बाबा के विवाद पर कहा कि साई बाबा कभी अपने आप को देवता […]
खुद को देवता नहीं मानते थे साईं : भैया जी जोशीआरएसएस की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक संपन्न भारत को प्रदूषण मुक्त बनाने की दिशा में संघ करेगा पहलवरीय संवाददाता, रांची.राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश भैया जी जोशी ने साईं बाबा के विवाद पर कहा कि साई बाबा कभी अपने आप को देवता के रूप में प्रस्तुत नहीं किया है. उन्होंने भी समाज में अच्छाई स्थापित हो, इसके लिए अपना जीवन लगाया. ऐसे कई महापुरूषों की प्रतिमाएं खड़ी होती है. लोग उन्हें नमन करते हैं. उनके जीवन से प्रेरणा प्राप्त करते हैं. मुझे लगता है कि न उन्होंने खुद को न ही समाज ने उनको देवता माना. समाज ने उनके जीवन और आदर्शों की दिशा में बढ़ने का प्रयास किया. मैं समझता हूं कि इन विषयों को समाज में विशेष स्थान नहीं मिलना चाहिए. शंकराचार्य ने अपना विचार रखा है. इसे अनावश्यक विवाद का विषय नहीं बनाया जाना चाहिए. श्री जोशी रविवार को संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक के बाद सरला बिड़ला स्कूल परिसर में पत्रकारों से बातचीत करे थे. जल संरक्षण व संवर्द्धन के लिए काम करेगा संघभैया जी जोशी ने कहा : ग्रामीण सेवा और देश में होनेवाली गंभीर समस्याओं को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) गंभीर है. आनेवाले दिनों में संघ पेयजल समस्या, स्वच्छता अभियान और प्रदूषण मुक्त भारत को लेकर काम करेगा. संघ ने हमेशा से सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है. फिलहाल देश में पेयजल की गंभीर समस्या है. संघ जल प्रबंधन, जल संरक्षण और जल संवर्द्धन को लेकर काम करेगा. संघ का मानना है कि अगर सरकार के साथ सामाजिक संस्थाएं जुड़ती हैं, तो इस समस्या का निदान किया जा सकता है.हिंदू संगठनों को कठघरे में खड़ा करने का हो रहा प्रयासश्री जोशी ने कहा कि गत कुछ दिनों से हिंदू समाज को कठघरे में खड़ा करने का प्रयास विविध प्रकार की शक्तियां कर रही हैं, जो सही नहीं है. समाज सबको साथ लेकर चलती है. यह हिंदू समाज के लिए अपमान की बात है. पुरस्कार लौटाने की सच्चाई सामने आना चाहिए. इसके लिए संघ को जिम्मेवार ठहराना सही नहीं है. पिछले 90 वर्षों में आज तक संघ ने कोई समाज विरोधी काम नही किया है. इसमें संघ को कठघरे में खड़ा करना सही नहीं है.आरक्षण समाज के लिए सहीजोशी ने कहा कि आरक्षण को लेकर संघ की बातों को सही तरीके से नहीं रखा गया. आरक्षण समाज के लिए सही है. संघ ने केवल इतना कहा कि आरक्षण सही लोंगों तक पहुंचे. इतना कहा गया कि आरक्षण जिनको मिलना चाहिए मिल रहा है या नहीं, इस पर विचार होना चाहिए. कहीं पर यह नहीं कहा गया कि आरक्षण पर पुनर्विचार हो. आरक्षण नीति की कमियों को दूर करना चाहिए. जब तक जरूरत है लोगों को आरक्षण मिलना चाहिए. दलितों को मंदिर में प्रवेश से रोकना गलतदलितों का मंदिर में प्रवेश रोकना गलत है. ऐसी चीजें नहीं होनी चाहिए. सामाजिक समरसता के लिए यह न्यायोचित नहीं है. इसको लेकर समाज में सकारात्मक वातावरण बनाना चाहिए. रामजन्म भूमि में बनना चाहिए राम मंदिरश्री जोशी ने कहा : रामजन्म भूमि में ही राम मंदिर बनना चाहिए. इसमें कोई सेकेंड ओपिनियन नहीं हो सकता है. इस दिशा में पहल होनी चाहिए. फिलहाल मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. राज्यसभा में बहुमत नहीं होने के कारण भी शायद विलंब हो रहा है. आज की स्थिति में निर्णय करनेवालों को तय करना चाहिए कि राम मंदिर कैसे बने. बॉक्स : फोटो भी है.मोहन भागवत ने किया पौधरोपणसरसंघ चालक मोहन भागवत ने रविवार को सरला बिड़ला स्कूल परिसर में पौधरोपण किया. इस अवसर पर भाजपा नेता प्रदीप वर्मा ने श्री भागवत को कल्पतरू का पौधा भेंट किया. इधर सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने भी परिसर में पौधा लगाया. इस अवसर पर राजीव कमल बिट्टू, संजय आजाद समेत कई स्वयंसेवक मौजूद थे.