भारत भूमि पर जन्म लेना सौभाग्य : अवधेंद्र प्रपन्नाचार्य

भारत भूमि पर जन्म लेना सौभाग्य : अवधेंद्र प्रपन्नाचार्य भागवत कथा के तीसरे दिन मनमोहक झांकियां निकाली गयीगढ़वा. लगमा देवी मंदिर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन मंगलवार की शाम बालस्वामी अवधेंद्र प्रपन्नाचार्य ने कथा के माध्यम से लोगों को आचार, विचार और व्यवहार में परिवर्तन लाने की आवश्यकता बतायी. उन्होंने कहा कि भारत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 5, 2015 7:16 PM

भारत भूमि पर जन्म लेना सौभाग्य : अवधेंद्र प्रपन्नाचार्य भागवत कथा के तीसरे दिन मनमोहक झांकियां निकाली गयीगढ़वा. लगमा देवी मंदिर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन मंगलवार की शाम बालस्वामी अवधेंद्र प्रपन्नाचार्य ने कथा के माध्यम से लोगों को आचार, विचार और व्यवहार में परिवर्तन लाने की आवश्यकता बतायी. उन्होंने कहा कि भारत ऋषि-मुनियों का देश रहा है. इस पावन भूमि पर जन्म लेने के लिए देवता भी तरसते हैं. उन्होंने लोगों को श्रीमद्भागवत कथा को अपने दैनिक जीवन में आत्मसात करने को कहा. लगमा देवीधाम परिसर में दो नवंबर से चल रहे इस संगीतमय भागवत कथा को सुनने के लिए लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ रही है. इस दौरान विभिन्न प्रकार की झांकियां भी मंच से प्रस्तुत की गयी. ललित कला नाट्य समिति के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत मनमोहक झांकी संवाद उपस्थिति श्रद्धालु काफी प्रभावित हुए. भागवत कथा के दौरान सोनू सम्राट, दीपू अवस्थी, शैलेश पांडेय व संकेत तिवारी ने वाद्य यंत्र पर संगीत में सहयोग किया. मंच का संचालन आयोजन समिति के संयोजक द्वारिकानाथ पांडेय व गौरीशंकर तिवारी ने किया.

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