टंडवा में रेड्डी, माओवादी, टीपीसी व अपराधी कर रहे वसूली
टंडवा में रेड्डी, माओवादी, टीपीसी व अपराधी कर रहे वसूली सरकार तक पहुंची रिपोर्ट – रघुराम रेड्डी व उग्रवादी के प्रति पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध- विस्थापितों, ग्रामीणों और विरोध करनेवालों को कराया जाता है चुप कौन है रघुराम रेड्डीरघुराम रेड्डी आंध्र प्रदेश के रहनेवाले हैं. रेड्डी कंपनी के लिए काम करते हैं. इस कंपनी […]
टंडवा में रेड्डी, माओवादी, टीपीसी व अपराधी कर रहे वसूली सरकार तक पहुंची रिपोर्ट – रघुराम रेड्डी व उग्रवादी के प्रति पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध- विस्थापितों, ग्रामीणों और विरोध करनेवालों को कराया जाता है चुप कौन है रघुराम रेड्डीरघुराम रेड्डी आंध्र प्रदेश के रहनेवाले हैं. रेड्डी कंपनी के लिए काम करते हैं. इस कंपनी को सीसीएल की आम्रपाली परियोजना में ओबी हटाने का काम मिला है. वह करीब चार साल से टंडवा में काम कर रहे हैं. पिछले साल विस्थापित व प्रभावित कोर कमेटी के अध्यक्ष महेश महतो ने टंडवा थाने में रघुराम रेड्डी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसमें रघुराम रेड्डी पर टीपीसी के उग्रवादियों की मदद से महेश महतो पर हमला कराने का आरोप लगाया गया था. क्या है आरोपकांग्रेस विधायक निर्मला देवी और पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव ने मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और डीजीपी को आवेदन देकर टंडवा-पिपरवार में चल रहे अवैध वसूली पर रोक लगाने और इसमें रघुराम रेड्डी, टीपीसी, पुलिस और सीसीएल के कर्मचारी की भूमिका की जांच कराने का आग्रह किया था. आवेदन के मुताबिक टंडवा-पिपरवार में प्रति टन के हिसाब से 254 रुपये की वसूली की जा रही है. टंडवा और पिपरवार से हर माह चार से पांच लाख टन कोयला निकलता है. इस तरह हर माह आठ से नौ करोड़ रुपये की अवैध वसूली हो रही है. इसमें पुलिस के स्थानीय से लेकर सीनियर अफसरों तक और राजनेता को हर माह हिस्सा मिलता है. सुरजीत सिंहरांची : चतरा के टंडवा स्थित सीसीएल के आम्रपाली प्रोजेक्ट में कोयला कारोबारियों से अवैध वसूली की जा रही है. वसूली में रघुराम रेड्डी, माओवादी, टीपीसी और अपराधी सभी शामिल हैं. रघुराम रेड्डी ओवर वर्डन हटानेवाली कंपनी के लिए काम करते हैं. रघुराम और उग्रवादियों के प्रति पुलिस की भूमिका संदिग्ध है़ सरकार के शीर्ष अधिकारियों के पास चतरा के डीसी व एसपी के अलावा खुफिया विभाग और अन्य स्रोतों से रिपोर्ट पहुंची है़ रिपोर्ट में ये बातें कही गयी हैं. नक्सलियों, उग्रवादियों से होती है बात प्रभात खबर के पास उपलब्ध दस्तावेज के अनुसार, रघुराम रेड्डी की भाकपा माओवादी के नक्सली, टीपीसी के उग्रवादी और अपराधियों से लगातार बातें होती हैं. जो लोग भी अवैध वसूली का विरोध करते हैं, उग्रवादियों-अपराधियों के बदौलत उन्हें चुप करा दिया जाता है. विस्थापितों और ग्रामीणों का भी मुंह बंद करा दिया जाता है. उल्लेखनीय है कि जुलाई में टंडवा एएसपी की रिपोर्ट के आधार पर चतरा के एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने एक रिपोर्ट डीजीपी को भेजी थी. इसमें रघुराम रेड्डी द्वारा टीपीसी का सहयोग लेने की बात कही गयी थी.