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कांग्रेस को लोहरदगा में समर्थन पर झामुमो की शर्त -फ्लैग

कांग्रेस को लोहरदगा में समर्थन पर झामुमो की शर्त -फ्लैगहेमंत को महागंठबंधन का नेता करें प्रोजेक्ट- मुख्य हेडिंगब्यूरो प्रमुख, रांची लोहरदगा उपचुनाव में कांग्रेस को समर्थन के लिए झामुमो यूपीए फोल्डर में तरीके से दावं चला है़ झामुमो ने कांग्रेस के सामने शर्त रखी है कि उसके नेता हेमंत सोरेन को महागंठबंधन का नेता प्रोजेक्ट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 27, 2015 6:06 PM

कांग्रेस को लोहरदगा में समर्थन पर झामुमो की शर्त -फ्लैगहेमंत को महागंठबंधन का नेता करें प्रोजेक्ट- मुख्य हेडिंगब्यूरो प्रमुख, रांची लोहरदगा उपचुनाव में कांग्रेस को समर्थन के लिए झामुमो यूपीए फोल्डर में तरीके से दावं चला है़ झामुमो ने कांग्रेस के सामने शर्त रखी है कि उसके नेता हेमंत सोरेन को महागंठबंधन का नेता प्रोजेक्ट किया जाये़ पिछले दिनों कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी बीके हरि प्रसाद से लेकर प्रदेश अध्यक्ष व लोहरदगा में प्रत्याशी सुखदेव भगत ने श्री सोरेन से मुलाकात की थी़ झामुमो का दलील है कि यूपीए फोल्डर में अभी से नेता तय हो जाना चाहिए़ झामुमो ने इसके लिए कांग्रेस से पहल करने को कहा है़ राजद-जदयू के साथ भी इस मुद्दे पर सहमति बनाने को कहा गया है़ वहीं कांग्रेस के नेताओं ने झामुमो से कहा कि वह विपक्ष में सबसे बड़ी पार्टी है़ बतौर प्रतिपक्ष के नेता श्री सोरेन के नेतृत्व मेें ही विपक्ष काम कर रहा है़ वह स्वाभाविक तौर से नेता है़ं कांग्रेस ने महागंठबंधन का खाका तैयार करने की दिशा में पहल नहीं की, तो झामुमो चुनाव में तटस्थ भी रह सकता है़ झारखंड में महागंठबंधन में पेंच, नीतीश से बाबूलाल की नजदीकी बिहार की तर्ज में झारखंड में महागंठबंधन बनाने में पेंच है़ झारखंड में विपक्षी खेमा में झाविमो भी एक कोण है़ बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू नेता नीतीश कुमार से बाबूलाल मरांडी की नजदीकी है़ राजद-जदयू आसानी से हेमंत सोरेन के साथ नहीं आ सकते. लोहरदगा उपचुनाव में भी झाविमो राजद-जदयू से समर्थन हासिल करने की कोशिश कर रहा है़ ऐसे में कांग्रेस की कोशिश के बावजूद भी हेमंत सोरेन को महागंठबंधन का नेता प्रोजेक्ट करना आसान नहीं होगा़ अगला चुनाव भी झामुमो के नेतृत्व में लड़ना होगा: सुप्रियोझामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि अभी पार्टी ने समर्थन को लेकर फैसला नहीं किया है़ हेमंत सोरेन गुरुजी से मिलने दिल्ली जा रहे है़ं वहां समर्थन को लेकर चर्चा होगी़ हमें कांग्रेस से पहचान लेने की जरूरत नहीं है़ हेमंत सोरेन को नेता प्रतिपक्ष जनता ने बनाया है़ हम किसी की मेहरबानी पर जीत कर नहीं आये है़ं विधानसभा चुनाव में जब हम एलायंस की बात कर रहे थे, तो ये लोग सुनने के लिए तैयार नहीं थे़ अगला चुनाव भी जिसे साथ लड़ना है, उसे झामुमो के नेतृत्व में लड़ना होगा़ जो मानेंगे वे साथ आयेंगे, जो नहीं मानेंगे हमारे साथ नहीं होंगे़

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