945 घरों में पहुुंच रहा पेयजल

945 घराें में पहुुंच रहा पेयजल लाेहरदगा . साल भर पहले ही नदिया में ग्रामीण पाइप जलापूर्ति योजना पूरीक्या थी याेजना-28 अगस्त 2014 को शुरू हुई थी याेजना-13 अगस्त 2016 को काम पूरा करना था-अक्तूबर 2015 में ही काम पूर्णक्या था काम नदिया में 10 किमी पाइप बिछाना था. 1.75 लाख लीटर के जल मिनार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 28, 2015 6:05 PM

945 घराें में पहुुंच रहा पेयजल लाेहरदगा . साल भर पहले ही नदिया में ग्रामीण पाइप जलापूर्ति योजना पूरीक्या थी याेजना-28 अगस्त 2014 को शुरू हुई थी याेजना-13 अगस्त 2016 को काम पूरा करना था-अक्तूबर 2015 में ही काम पूर्णक्या था काम नदिया में 10 किमी पाइप बिछाना था. 1.75 लाख लीटर के जल मिनार का निर्माण, 42 हजार लीटर प्योर वाटर संप का निर्माण , 75 हजार लीटर वाश वाटर टैंक, 3294.50 मीटर राइजिंग पाइप, ब्लोअर मशीन, पंप, बिजली की आपूर्ति, इंटक वेल, गैंगवे सहित गांव के 945 घरों में पानी का कनेक्शन.पहले चापानल में लगता था तालानदिया गांव में पेयजल की घोर किल्लत थी. स्थिति इतनी खराब थी कि यहां के सामुदायिक भवन के बाहर जो चापाकल था, उसमें ताला लगा कर रखा जाता था. आज इस योजना के पूर्ण होने से स्थिति बदल गयी है. घर- घर में पानी मिलने लगा है. काेटसंवेदक की मुस्तैदी, जिला प्रशासन व ग्रामीणों के सहयोग से यह कार्य निर्धारित समय सीमा से पहले पूरा हो गया. इस योजना का लाभ ग्रामीण ले रहे हैं. विपिन बिहारी सिन्हा, कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता विभागजिम्मेवारी का ईमानदारी से निर्वहन कर इस योजना को समय से पहले पूरा कर दिया. इसमें विभाग के कार्यपालक अभियंता सहित अन्य लोगों व ग्रामीणों का सहयोग मिला. अरुनेश बाेस, प्राेपराइटर, एसएस इंटरप्राइजेजफोटो- एलडीजीए-1 कोयल नदी के तट पर बनाया गया इंटक वेल एवं गैंगवे.एलडीजीए-3 वाटर ट्रिटमेंट प्लांट. एलडीजीए-4 घर में नल से पानी लेता युवक.एलडीजीए-25 जल मिनार एवं स्टाफ क्वार्टर. एलडीजीए- 27 पहले लगता था चापाकल में ताला.प्रतिनिधि, लोहरदगानदिया में ग्रामीण पाइप जलापूर्ति याेजना समय से 10 माह पहले ही पूरी कर दी गयी. गांव से सभी 945 घराें में पानी का कनेक्शन दे दिया गया है. उदघाटन नहीं के बावजूद इन घराें में पानी पहुंचने लगा है. यह काम पेयजल व स्वच्छता प्रमंडल लोहरदगा द्वारा 4.47 करोड़ रुपये की लागत से कराया गया है. योजना 28 अगस्त 2014 को शुरू हुई थी. इसे 13 अगस्त 2016 को पूरा करना था. लेकिन संवेदक ने सभी कार्य अक्तूबर 2015 के अंतिम सप्ताह में ही पूरे कर लिये. पंचायत चुनाव को लेकर आचार संहिता लग गया, इसलिए इस योजना का उदघाटन नहीं हो सका. ग्रामीण खुश हैं और उनके घरों में पानी पहुंच रहा है. अभी एक महीने तक ट्रॉयल में पानी की आपूर्ति की जा रही है. एक महीने के बाद पीने योग्य पानी की आपूर्ति होगी. ग्रामीणों का कहना है कि यहां पेयजल की घोर किल्लत थी. जब यह योजना स्वीकृत हुई थी, तो उन्हें भी भरोसा नहीं था. पर, सबों के सहयोग से आज हमलोगों को पानी उपलब्ध हो रहा है.

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