दलमा में जनवरी से शुरू हो सकता है रूरल टूरज्मि
दलमा में जनवरी से शुरू हो सकता है रूरल टूरिज्म ग्रामीणों के घरों में रह सकेंगे टूरिस्ट वरीय संवाददाता, रांची वन विभाग के दलमा सेंचुरी में रूरल टूरिज्म की शुरुआत होगी, यहां टूरिस्ट ग्रामीणों के घरों में रह सकेंगे. उनके बनाये हुए पारंपरिक खाने का आनंद ले सकेंगे. गीत-संगीत का भी मजा ले सकेंगे. इसकी […]
दलमा में जनवरी से शुरू हो सकता है रूरल टूरिज्म ग्रामीणों के घरों में रह सकेंगे टूरिस्ट वरीय संवाददाता, रांची वन विभाग के दलमा सेंचुरी में रूरल टूरिज्म की शुरुआत होगी, यहां टूरिस्ट ग्रामीणों के घरों में रह सकेंगे. उनके बनाये हुए पारंपरिक खाने का आनंद ले सकेंगे. गीत-संगीत का भी मजा ले सकेंगे. इसकी शुरुआत जनवरी से हो सकती है. वन विभाग इसके लिए ग्रामीणों को प्रशिक्षित कर रहा है. ट्रायल के तौर पर इसकी शुरुआत होगी. इसके लिए सड़क किनारे के गावों में 10-12 ग्रामीणों को चिह्नित किया जायेगा. उनका वन विभाग निबंधन भी करेगा. वन विभाग की ओर से ग्रामीणों को सुविधा भी उपलब्ध करायी जायेगी. ग्रामीणों के बाथरूम को दुरुस्त कराया जायेगा. ग्रामीणों के साथ रहने वाले टूरिस्टों के रहने और खाने का रेट ग्रामीण और वन विभाग मिलकर तय करेगा. अभी रेस्ट हाउस है विभाग का अभी दलमा में वन विभाग का दो रेस्ट हाउस है. एक रेस्ट हाउस दलमा के पिंडरा बेड़ा में है. दूसरा रेस्ट हाउस दलमा के प्रवेश के पास ही है. यहां टूरिस्टों के रहने की व्यवस्था है. पहाड़ के नीचे वाला टूरिस्ट रिसॉर्ट भी शुरू किया जा रहा है, जल्द ही इसका उदघाटन किया जायेगा. यहां भी टूरिस्टों के रहने और खाने की व्यवस्था होगी. जिम कार्बेट में है यह सुविधा ग्रामीणों के साथ रहने की सुविधा जिम कार्बेट नेशनल पार्क में भी है. इसी तर्ज पर दलमा को भी विकसित करने की योजना पर वन विभाग काम कर रहा है. जिम कार्बेट को रूरल टूरिज्म से अच्छी आमदनी होती है. वर्जन… यह एक प्रयास है. शुरुआत में प्रयोग के तौर पर विभाग शुरू करना चाह रहा है. अच्छा रेस्पांस मिलने पर इसे और बढ़ाया जायेगा. इससे ग्रामीणों को रोजगार भी मिलेगा. वनों की रक्षा भी होगी. कमलेश पांडेय, डीएफओ, दलमा