देर से पहुंचे प्राचार्य, हंगामा

बीइइओ ने प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा पड़वा(पलामू) : प्राचार्य समय से तीन घंटे विलंब चल रहे हैं, लेकिन इसका मलाल उन्हें नहीं है. प्राचार्य आप लेट क्यों आये? यह पूछने के लिए विद्यालय के पास जमे ग्रामीणों को उन्होंने कोई जवाब देना भी मुनासिब नहीं समझा. तीन घंटे विलंब पहुंचने के बाद भी वह विद्यालय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2015 7:14 AM
बीइइओ ने प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा
पड़वा(पलामू) : प्राचार्य समय से तीन घंटे विलंब चल रहे हैं, लेकिन इसका मलाल उन्हें नहीं है. प्राचार्य आप लेट क्यों आये? यह पूछने के लिए विद्यालय के पास जमे ग्रामीणों को उन्होंने कोई जवाब देना भी मुनासिब नहीं समझा. तीन घंटे विलंब पहुंचने के बाद भी वह विद्यालय खोलने के बजाये गांव में चले गये. कहा कि जो करना है, वे लोग करें, कोई असर पड़ने वाला नहीं है.
ऐसा करने से ग्रामीण क्या समझ रहे हैं, मैं समय पर चला आऊंगा. यदि ऐसा सोच रहे हैं, तो गलत है. यह मामला पड़वा प्रखंड के कोकरसा गांव के उत्क्रमित मध्य विद्यालय से जुड़ा है. विद्यालय विलंब से खुला, इसे लेकर सोमवार को स्कूल के समक्ष ग्रामीणों ने रोषपूर्ण प्रदर्शन किया. कहा कि विद्यालय यदि समय पर नहीं खुलेगा, तो वे लोग अनिश्चितकालीन तालाबंदी कर देंगे. जब विद्यालय को समय पर खुलना ही नहीं है, तो नाममात्र के लिए खानापूरी क्यों?
इस बीच पूरे मामले की जानकारी मिलने के बाद पड़वा के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी लंबोदर महतो ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक अजय पाठक से स्पष्टीकरण मांगा है. बीइइओ ने कहा कि स्पष्टीकरण प्राप्त होने के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई की जायेगी. निर्धारित समय से तीन घंटे विलंब से विद्यालय खुलना गंभीर मामला है.
आखिर कौन लेगा जिम्मेवारी
पड़वा-पाटन मुख्य पथ पर कोकरसा उत्क्रमित मध्य विद्यालय स्थित है. सोमवार को 10.30 बजे तक विद्यालय में ताला लटका था. अभी विद्यालय सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक चल रहा है. कोकरसा के ग्रामीण प्रशांत दुबे का कहना है कि जब वे 10.30 बजे विद्यालय पहुंचे, तो देखा कि बच्चे रोड के किनारे खेल रहे हैं और स्कूल में ताला लटका है.
उनका कहना था कि सड़क के किनारे विद्यालय है, यदि बच्चे खेलते-खेलते सड़क पर चल गये और कोई दुर्घटना हो गयी, तो इसकी जिम्मेवारी कौन लेगा? ग्रामीण मनीष पांडेय, राकेश पांडेय, मुनेश दुबे, सुमित दुबे, अभिषेक दुबे, अशोक पांडेय सहित कई लोगों ने इस सवाल को लेकर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया.

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