जिप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव आज
मेदिनीनगर : पलामू में जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव शुक्रवार को होगा, इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर सभी तैयारी पूरी कर ली गयी है़ तय कार्यक्रम के अनुसार प्रथम पाली में अध्यक्ष का चुनाव होगा़ द्वितीय पाली में उपाध्यक्ष का चुनाव होगा़ तय कार्यक्रम के मुताबिक सुबह 10.15 बजे डीआरडीए सभागार में निर्वाचित […]
मेदिनीनगर : पलामू में जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव शुक्रवार को होगा, इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर सभी तैयारी पूरी कर ली गयी है़ तय कार्यक्रम के अनुसार प्रथम पाली में अध्यक्ष का चुनाव होगा़
द्वितीय पाली में उपाध्यक्ष का चुनाव होगा़ तय कार्यक्रम के मुताबिक सुबह 10.15 बजे डीआरडीए सभागार में निर्वाचित जिला परिषद सदस्यों को शपथ दिलायी जायेगी़ 10.45 बजे से 11.15 तक अध्यक्ष पद के लिए नामांकन होगा़ 11.15 बजे से नामांकन पत्रों की जांच होगी, 11.30 बजे से 11.45 तक अभ्यर्थियों की सूची तैयार की जायेगी.
11.45 से 11.55 बजे तक नाम वापस लिये जा सकते हैं, 11.55 से 12.10 बजे तक मतपत्र तैयार किये जायेंगे, उसके बाद 12.10 से 12.40 तक मतदान, 12.40 से 12.50 बजे तक मत की गिनती होगी और एक बजे परिणाम आने के बाद जिप अध्यक्ष को शपथ दिलायी जायेगी़ द्वितीय पाली में उपाध्यक्ष का चुनाव होगा़ इसके लिए जो समय निर्धारित किया गया है, उसके मुताबिक 2.45 से 3.15 तक नामांकन, 3.15 से 3.30 बजे तक नामांकन पत्रों की जांच, 3.30 से 3.45 तक अभ्यर्थियों की सूची बनेगी, 3.45 से 3.55 बजे तक नाम वापसी, 3.55 से 4.10 तक मतपत्र की तैयारी, 4.10 से 4.40 बजे तक मतदान, 4.40 से 4.50 तक मतगणना, 5.00 बजे उपाध्यक्ष पद की घोषणा के बाद शपथ दिलायी जायेगी़
सरगरमी तेज, किसके सर होगी ताज: इस बार कौन होगा जिप अध्यक्ष और उपाध्यक्ष, किसके सर सजेगी ताज, यह तो शुक्रवार को ही पता चलेगा. लेकिन सरगरमी तेज है़ चर्चा का बाजार भी गरम है़ इस बीच आयकर व निगरानी विभाग की भी टीम सक्रिय है़
पूरी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है़ इस टीम द्वारा यह देखा जा रहा है कि कहीं इस अप्रत्यक्ष निर्वाचन में सदस्यों को अपने पक्ष में करने के लिए खरीद-फरोख्त तो नहीं हो रही है. किसी अन्य वस्तु का प्रलोभन तो नहीं दिया जा रहा है. ऐसी सभी गतिविधयों पर इस टीम की नजर है. यद्यपि अभी तक कोई बड़ा मामला सामने नहीं आया है, लेकिन चर्चा का बाजार का गरम है. कुछ जिप सदस्यों के अचानक भ्रमण पर भी जाने की चर्चा है.
कहा यह जा रहा है कि जो सदस्य किसी प्रत्याशी को आश्वस्त कर चुके हैं, तो वैसे लोगों को भ्रमण पर भेजा गया है. चर्चा तो यह भी है कि अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर पैसे का खेल जारी है. पैसे के मामले में जो भारी पड़ेगा, उसी के सर ताज होगा. लेकिन इस मामले में कोई भी खुल कर बोलने को तैयार नहीं है. जो चर्चा है, उसके मुताबिक अध्यक्ष पद के लिए सुषमा देवी व प्रभा देवी का नाम प्रमुख है.
जबकि उपाध्यक्ष पद के लिए निर्वतमान उपाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह व संजय सिंह आमने-सामने हैं. सभी संभावित प्रत्याशी अधिक से अधिक सदस्यों को अपने पक्ष में करने के लिए पूरी सक्रियता के साथ जुटे हैं. जो नंबर लोगों ने सेट किया है, वह बरकरार रहे, इसके लिए अब एड़ी चोटी लगायी जा रही है. कोई भी सदस्य अपने कुनबे से बाहर न जाये, इसके लिए रातभर मशक्कत चलेगी. किसको को कितनी सफलता मिलेगी, यह तो कल ही पता चलेगा.
लेकिन आज चर्चा का बाजार गरम है. कहा यह भी जा रहा है कि अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की चुनाव में खर्च दो करोड़ से अधिक पहुंच गया है. जो चर्चा है उस पर यदि यकीन किया जाये, तो एक-एक सदस्य को अपने पक्ष में करने के लिए मामला 10 लाख तक पहुंच गया है. सभी अपने-अपने जीत को लेकर आश्वस्त हैं. अब देखना है कि होता क्या है.
गायब होने की सूचना पर पुलिस ने करायी जांच
कुछ जिप सदस्यों के अचानक गायब होने की सूचना पुलिस को भी मिली है. पलामू पुलिस अधीक्षक मयूर पटेल ने बताया कि जिप सदस्यों के अचानक गायब होने का मामले पर जांच करायी गयी थी, लेकिन किसी भी जिप सदस्य के परिजनों ने शिकायत दर्ज नहीं करायी. पुलिस ने उनके घर जाकर मामले की जांच की है. उनके घर के सदस्यों ने बताया कि ऐसी कोई बात नहीं है, फिर भी पुलिस की इस मामले में नजर है.
15 सदस्यों के भ्रमण में जाने की चर्चा
गुरुवार को मेदिनीनगर में यह चर्चा आम थी कि 15 जिप सदस्य कहीं भ्रमण पर चले गये हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि किसी खास प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने के उद्देश्य से सभी एक जगह पर जमा हुए हैं. मतदान के दिन यानी शुक्रवार को यह समूह एक साथ वापस लौटेगा.
ऐसे हालात में कैसे सच होंगे महात्मा गांधी के सपने
ग्राम स्वराज का सपना आखिर कैसे सकार होगा, पंचायत चुनाव के बाद जो चर्चा है उस पर यदि यकीन किया जाये तो जो स्थिति है, उसके आखिर ग्राम स्वराज आयेगा कैसे, क्योंकि कोई भी यदि बड़ी पूंजी निवेश कर यदि कोई अध्यक्ष व उपाध्यक्ष बनता है, तो उसका पहला मकसद होगा कि किसी तरह पैसे वापस हो, ऐसे हालात में भ्रष्टाचारमुक्त पंचायत का सपना कैसे सकार होगा, यह एक सुलगता सवाल है. न सिर्फ जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष बल्कि प्रमुख व उपप्रमुख के साथ-साथ उपमुखिया के चुनाव में भी ऐसी स्थिति देखने-सुनने को मिल रही है.
जो चर्चा है, उस पर यकीन किया जाये, तो प्रमुख के लिए वोट लेने के लिए 50 हजार से दो लाख तक की बोली लग रही है़ उप मुखिया के चुनाव में वार्ड सदस्य 10-20 हजार रुपये की डिमांड कर रहे हैं. चर्चा में यह बात है, यदि हकीकत ऐसा ही है तो आने वाले कल की कल्पना की जा सकती है कि हमारी पंचायतें कैसे काम करेंगी.