सेविका और सहायिकाओं का प्रदर्शन
मेदिनीनगर : झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन के बैनर तले आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं ने उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. परियोजना के निजीकरण के खिलाफ व पोषाहार व मानदेय की राशि के भुगतान की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया. जिला स्कूल के मैदान से रैली निकाली गयी. इसका नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष वीणा सिन्हा […]
मेदिनीनगर : झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन के बैनर तले आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं ने उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. परियोजना के निजीकरण के खिलाफ व पोषाहार व मानदेय की राशि के भुगतान की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया. जिला स्कूल के मैदान से रैली निकाली गयी. इसका नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष वीणा सिन्हा ने किया. शहर के मुख्य मार्गों का भ्रमण करते हुए आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका समाहरणालय स्थित उपायुक्त कार्यालय पहुंची.
अपने मांगों के समर्थन में नारेबाजी की. इसके बाद धरना पर बैठ गयी. प्रदेश अध्यक्ष वीणा सिन्हा ने कहा कि केंद्र सरकार इस परियोजना को कॉरपोरेट घरानों के हाथों बेचना चाहती है. इस परियोजना का निजीकरण कर दिया जायेगा, तो सेविका-सहायिका की स्थिति बदतर हो जायेगी. यूनियन सरकार के इस जनविरोधी नीति के खिलाफ आवाज बुलंद करेगी. मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन चलाया जा रहा है. वक्ताओं ने कहा कि पूरे प्रमंडल में आंदोलन की तिथि निर्धारित कर दी गयी है. 15 फरवरी को दिल्ली मार्च किया जायेगा और संसद भवन के पास रोषपूर्ण प्रदर्शन होगा.
29 फरवरी तक पोषाहार की राशि, लंबित मानदेय व परिवहन भत्ता का भुगतान नहीं किया गया, तो समाज कल्याण विभाग व परियोजना कार्यालय में तालाबंद कर दिया जायेगा. रेडी टू इट पोषाहार का परिवहन भत्ता नहीं दिया जा रहा है, वहीं पोषाहार की राशि कई माह से लंबित है. सेविका-सहायिका को मानदेय नहीं मिल रहा है. इस कारण केंद्र के संचालन में काफी परेशानी हो रही है. कर्ज लेकर सेविका केंद्र का संचालन कर रही हैं.
अब स्थिति भयावह हो गयी है. भुगतान नहीं हुआ, तो उग्र आंदोलन किया जायेगा. प्रदर्शन में उपाध्यक्ष कमला देवी, सचिव माधुरी देवी, कोषाध्यक्ष मीना चौरसिया, चंचला देवी, मालती देवी, ममता देवी, कलावती, वृंदा, सोनी, ललिता आदि शामिल थे.