76 लाख हो गये खर्च पर नहीं मिला लाभ

मेदिनीनगर : प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर में जीएलए कॉलेज में स्टेडियम निर्माण की योजना स्वीकृत हुई थी, यह योजना वित्त वर्ष 2005-06 में स्वीकृत हुई थी. योजना 80 लाख रुपये की थी. इस पर 76 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी इसका कोई उपयोग नहीं हो पा रहा है, क्योंकि स्टेडियम का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 14, 2016 12:43 AM
मेदिनीनगर : प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर में जीएलए कॉलेज में स्टेडियम निर्माण की योजना स्वीकृत हुई थी, यह योजना वित्त वर्ष 2005-06 में स्वीकृत हुई थी. योजना 80 लाख रुपये की थी. इस पर 76 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी इसका कोई उपयोग नहीं हो पा रहा है, क्योंकि स्टेडियम का तो निर्माण हो गया, लेकिन मैदान समतलीकरण का कार्य आज भी लटका हुआ है.
बताया जाता है कि स्टेडियम निर्माण का जो प्राक्कलन तैयार किया गया था, उसमें मैदान समतलीकरण का प्रावधान नहीं था. इसके बाद प्राक्कलन में संशोधन कर मैदान समतलीकरण के लिए 25 लाख की योजना तैयार कर विभाग को भेजा गया.
खेल विभाग द्वारा स्टेडियम का निर्माण कराया जा रहा था, लेकिन समतलीकरण की योजना स्वीकृत नहीं हुई, कई बार कई बडे अफसर ने स्टेडियम का निरीक्षण किया. सभी ने कार्य पूरा कराने का भरोसा दिलाया, लेकिन आज तक अपेक्षित कार्रवाई नहीं हुई.
लोगों का कहना है कि जिला मुख्यालय में स्टेडियम की जरूरत है, क्योंकि एक जो पुलिस स्टेडियम है, उससे जरूरत पूरी नहीं हो पा रही है, क्योंकि सुरक्षा कारणों से आयोजन के पहले औपचारिकता पूरी करनी होती है. इसलिए लोगों को परेशानी होती है. जब स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू हो रहा था तो लोगों में खुशी थी, लेकिन अब लोग निराश हैं. इस कार्य के संवेदक विनय सिंह का कहना है कि अफसरों की लापरवाही के कारण यह योजना लटक गयी है.

Next Article

Exit mobile version