नौ वर्ष में 14 लाख खर्च, भवन अधूरा

पाठक पगार पंचायत सचिवालय निर्माण कार्य जिले में काम किस तरह और कैसे हो रहा है. इसकी सुधि लेनेवाला कोई नहीं है. इसका सजीव उदाहरण पाठक पगार पंचायत सचिवालय है. 21 लाख की लागत से 2006 में इसका काम शुरू हुआ था, लेकिन अाजतक काम नहीं पूरा नहीं हुआ. जबकि 14 लाख निकल भी चुके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 3, 2016 12:30 AM
पाठक पगार पंचायत सचिवालय निर्माण कार्य
जिले में काम किस तरह और कैसे हो रहा है. इसकी सुधि लेनेवाला कोई नहीं है. इसका सजीव उदाहरण पाठक पगार पंचायत सचिवालय है. 21 लाख की लागत से 2006 में इसका काम शुरू हुआ था, लेकिन अाजतक काम नहीं पूरा नहीं हुआ. जबकि 14 लाख निकल भी चुके हैं.
तरहसी (पलामू) : वर्ष 2006 में तरहसी प्रखंड के पाठक पगार पंचायत में पंचायत सचिवालय का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, पर अभी तक पंचायत सचिवालय का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हुआ है. इसका काम कब पूरा होगा, इसके बारे में विभागीय तौर पर कोई कुछ बताने के लिए तैयार नहीं है. दो तल्ला भवन बनाना है, लेकिन अभी तक सिर्फ एक तल्ला बना है, उसमें भी खिड़की-दरवाजा नहीं लगा है. 21 लाख रुपये की लागत से पंचायत सचिवालय भवन का निर्माण होना था, इसके विरुद्ध 14 लाख की निकासी हो चुकी है. लगभग 66 प्रतिशत राशि की निकासी हो चुकी है.
बताया गया कि विभागीय स्तर पर कार्य हुआ था, इसके विभागीय अभिकर्ता पंचायत सेवक थे. इस मामले में वर्तमान मुखिया मंटू सिंह का कहना है कि उन्हें कुछ नहीं पता कि भवन अधूरा क्यों है, वह अभी हाल में ही मुखिया बने हैं, जानकारी ले रहे हैं कि भवन अधूरा रहने का दोषी कौन है, उसके बाद वह संबंधित पदाधिकारी से मिलेंगे. पंचायत सचिवालय का भवन अधूरा रहने के कारण पंचायत का कार्य प्रभावित हो रहा है, इससे लोगों को भी परेशानी हो रही है. नियमित रूप से पंचायत का कार्य नहीं हो पा रहा है.
सभी पंचायतों में पंचायत सचिवालय हो, ताकि आमजनों का काम हो सके. इसके लिए सरकार ने सभी पंचायतों में पंचायत सचिवालय का निर्माण कराने का निर्णय लिया था. यद्यपि इस बार जिला परिषद ने यह तय किया है कि वैसे पंचायत सचिवालय के निर्माण कार्य को पूर्ण किया जायेगा, जिनका कार्य 50 प्रतिशत से अधिक हो चुका है.
गलती किसकी है, देख रहे हैं : बीडीओ
तरहसी बीडीओ संतोष कुमार गुप्ता का कहना है कि उन्हें जानकारी है कि पाठक पगार पंचायत के पंचायत सचिवालय भवन का निर्माण कार्य अधूरा है. अधूरे कार्य को पूरा कराने के साथ-साथ इसके लिए जो दोषी हैं, उसके खिलाफ विधि-सम्मत कार्रवाई की जायेगी. यह देखा जा रहा है कि आखिर किसकी गलती से कार्य अधूरा पड़ा हुआ है.

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