लोक अदालत में 174 मामलों का निबटारा

मेदिनीनगर : मंगलवार को व्यवहार न्यायालय परिसर में जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने लोक अदालत लगायी. इसकी अध्यक्षता प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के अध्यक्ष विजय कुमार ने की. उन्होंने कहा कि लोक अदालत के माध्यम से वादों का निबटारा आसानी से हो जाता है, जिसमें दोनों पक्षों की सहमति से मुकदमा सुलह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 23, 2016 4:47 AM
मेदिनीनगर : मंगलवार को व्यवहार न्यायालय परिसर में जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने लोक अदालत लगायी. इसकी अध्यक्षता प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के अध्यक्ष विजय कुमार ने की. उन्होंने कहा कि लोक अदालत के माध्यम से वादों का निबटारा आसानी से हो जाता है, जिसमें दोनों पक्षों की सहमति से मुकदमा सुलह हो जाता है. इससे समाज में अच्छा संदेश जाता है.
लोक अदालत में 174 मामलों का निबटारा किया गया, जिसके लिए पांच पीठों का गठन किया गया था. द्वितीय पीठ में सिविल के एक मामले, तृतीय पीठ में आपराधिक मामलों में 46, रेलवे के जीआर 11, कंपलेन केस, सीएफ एक, एफआरटी के 33 मामले निबटाये गये.
इसमें चार लाख, 32 हजार, माइनिंग वाद में जबकि सीएफ केस में 650 सहित चार लाख, 38 हजार, 500 का राजस्व प्राप्त हुआ. जबकि प्रीलीटिगेशन के 90 मामलों में चतुर्थ पीठ में वनांचल ग्रामीण बैंक के 72, बैंक ऑफ इंडिया के चार, पीएलए के 13, बीएसएनएल के एक मामलों में कुल 18 लाख, 15 हजार, 692 का समांजस किया गया, जबकि कार्यपालक पदाधिकारी मेदिनीनगर के 35 मामले में 107 सीआरपी के तहत निबटाये गये. इस संबंध में प्राधिकार के सचिव मधुरेश कुमार वर्मा ने बताया कि कुल 18 लाख, 34 हजार, 192 रुपये के सामंजस में 16 लाख, 66 हजार, 120 रूपये विभिन्न मामलों में राजस्व की प्राप्ति हुई.
लोक अदालत में एडीजे चार मोहम्मद नसरुद्दीन, छह पंकज कुमार, सीनियर सिविल जज नंबर एक उतम आनंद, एसडीजेएम विमलेश कुमार सहाय, जेएम प्रथम श्रेणी केके मिश्रा, मनोरंजन कुमार सहित स्थायी लोक अदालत के चेयरमैन अवधेशनंदन, सदर एसडीओ अरुण कुमार एक्का, कार्यपालक पदाधिकारी देवराम भगत सहित काफी संख्या में अधिवक्ता शामिल थे.

Next Article

Exit mobile version