जन आकांक्षा के खिलाफ है स्थानीय नीति : माले

जन आकांक्षा के खिलाफ है स्थानीय नीति : माले रांची. माले ने कहा है कि कैबिनेट मेें स्थानीयता के नाम पर जिस नीति को पारित किया गया है, वह झारखंड के आदिवासियों व मूलवासियों के हितों व जनाकांक्षा के खिलाफ है. झारखंड का गठन लंबे आंदोलन की देन है. पार्टी ने इसके खिलाफ नौ अप्रैल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2016 12:00 AM

जन आकांक्षा के खिलाफ है स्थानीय नीति : माले रांची. माले ने कहा है कि कैबिनेट मेें स्थानीयता के नाम पर जिस नीति को पारित किया गया है, वह झारखंड के आदिवासियों व मूलवासियों के हितों व जनाकांक्षा के खिलाफ है. झारखंड का गठन लंबे आंदोलन की देन है. पार्टी ने इसके खिलाफ नौ अप्रैल को राज्यव्यापी आंदोलन करने का निर्णय लिया है. माले राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद ने कहा कि भाजपा सरकार झारखंड की जमीन–खनिज तो लूट ही रही है. स्थानीयता नीति में झारखंड के मूलवासियों को धोखा देकर उनके वाजिब अधिकार को भी लूट रही है. झारखंड के मूल निवासियों के अधिकार के लिए कट ऑफ की तिथि 1932 का खतियान या खतियान से वंचित लोगों के लिए ग्रामसभा की अनुशंसा के अलावा आजादी के बाद के पहले वोटरलिस्ट में दर्ज मतदाता हो सकते हैं. सरकार ने 1985 का जो तर्क लाया है, वह असंवैधानिक है.

Next Article

Exit mobile version