सैरातों की बंदोबस्ती राशि जमा नहीं कर रहे संवेदक

मेदिनीनगर : इन दिनों नगर पर्षद आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा है. कर्मियों के वेतन व मानदेय का भुगतान करने में भी नगर पर्षद को सोचना पड़ रहा है. सरकारी व गैर सरकारी भवनों पर होल्डिंग टैक्स के रूप में करोडों रुपये का बकाया है. इसका भुगतान करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 22, 2016 7:43 AM
मेदिनीनगर : इन दिनों नगर पर्षद आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा है. कर्मियों के वेतन व मानदेय का भुगतान करने में भी नगर पर्षद को सोचना पड़ रहा है. सरकारी व गैर सरकारी भवनों पर होल्डिंग टैक्स के रूप में करोडों रुपये का बकाया है. इसका भुगतान करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है.
वहीं कुछ ऐसे संवेदक हैं, जो पिछले कई वर्षों से नगर पर्षद के सैरातों की बंदोबस्ती की राशि भी जमा नहीं कर रहे हैं. नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी अजय कुमार साव की मानें, तो जो बकाया राशि है, उसका भुगतान हो, इसके लिए कई बार नोटिस जारी किया गया. मगर राशि भुगतान अब तक नहीं हो पाया है.
होल्डिंग टैक्स व सैरात की बंदोबस्ती की जो बकाया राशि है, यदि वह सब जमा हो जाये तो नगर पर्षद की आर्थिक स्थिति में काफी बदलाव आयेगा. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ ऐसे संवेदक हैं जो वर्ष 2012 से लेकर 2016 तक सैरातों की बंदोबस्ती की राशि जमा नहीं किये है. इन वर्षों में 20 लाख, 45 हजार छह रुपये बंदोबस्त की राशि बकाया है.
वर्ष 2012-13 में दो लाख, 06 हजार, 400, 2013-14 में पांच लाख, 50 हजार, 316, 2014-15 में 6 लाख, 49 हजार, 290, 2015-16 में 6 लाख, 39 हजार रुपया बकाया है. व्यवहार न्यायालय में पिछले दिनों राष्ट्रीय लोक अदालत लगी थी. नगर पर्षद ने सैरात बंदोबस्त की बकाया राशि की वसूली के लिए मामला अदालत में लाया था. अदालत द्वारा संबंधित संवेदक को नोटिस जारी की गयी थी, मगर उसमें किसी ने भी भाग नहीं लिया.

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