शांति का पैगाम लेकर आये थे पैगंबर

मेदिनीनगर : पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्म को इसलाम धर्मावलंबियों द्वारा ईद-ए-मिलादुन्नबी के रूप में मनाया गया. इस अवसर पर जुलूस निकाला गया. पहाड़ी मुहल्ला से निकला जुलूस शहर के मुख्य मार्गो का भ्रमण करते हुए छहमुहान पहुंचा. वहां पर तकरीर की गयी. शहर के विभिन्न मसजिदों के पेश इमाम द्वारा पैगंबर हजरत मोहम्मद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2014 3:31 AM

मेदिनीनगर : पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्म को इसलाम धर्मावलंबियों द्वारा ईद-ए-मिलादुन्नबी के रूप में मनाया गया. इस अवसर पर जुलूस निकाला गया. पहाड़ी मुहल्ला से निकला जुलूस शहर के मुख्य मार्गो का भ्रमण करते हुए छहमुहान पहुंचा.

वहां पर तकरीर की गयी. शहर के विभिन्न मसजिदों के पेश इमाम द्वारा पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के महान व्यक्तित्व, जीवन दर्शन व संदेश पर विस्तार से प्रकाश डाला गया. मौलाना महताब आलम जेयाई ने कहा कि पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब ने अमन व शांति का पैगाम लेकर दुनिया में आये.

मोहम्मद साहब सिर्फ इसलाम धर्म के मानने वालों के लिए ही नहीं, बल्कि दुनिया के तमाम अवाम के लिए रहबर बन कर आये. उन्होंने सामाजिक कुरीतियों को मिटा कर लोगों को एकता के सूत्र में बांधने का काम प्रयास किया. नूरी मसजिद के पेश इमाम मौलाना महताब आलम ने कहा कि मोहम्मद साहब के संदेशों को आत्मसात करने की जरूरत है.

मौलाना जाकिर हुसैन, मौलाना मुफ्ती दाउद, मौलाना अख्तर आदि ने मोहम्मद साहब के जीवन दर्शन व उनके पैगाम की चर्चा की. कहा कि सच्चई व नेकी की राह पर चल कर इंसान बनने की जरूरत है.

क्योंकि मोहम्मद साहब ने इनसान बनने का संदेश दिया है. जुलूस-ए-मोहम्मदी कमेटी के नेतृत्व में इसका आयोजन किया गया. पहाडी मुहल्ला से निकलकर जुलूस कन्नी राम चौक, आढत रोड, जिला स्कूल चौक, छहमुहान, सदर अस्पताल चौक होते हुए वापस मरकजी दारूल उलूम मदरसा के पास पहुंचा.

इस मौके पर हाफीज रजाक, मौलाना इरफान, मोहम्मद सज्जाद, नजीर शाह, मुमताज खां, शाहिद अहमद, परवेज सिद्दिकी, हाजी तौफिक अहमद, सुहैल खान सहित कई लोग सक्रिय थे.

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