“100 देकर परीक्षा में सब कुछ करने की छूट!

प्रश्न पत्र व उत्तर पुस्तिका देकर कोई झांकने नहीं आता हैदरनगर : इम्तिहान में चीटिंग और फिर स्टेट टॉपर बनाने के नाम चल रहे गोरखधंधे के खुलासे के लिए बदनाम बिहार को बार-बार कोसा जा रहा है. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बिहार के बच्चों से कहा कि वे झारखंड में आकर पढ़ाई करें. यहां उन्हें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2016 11:52 PM
प्रश्न पत्र व उत्तर पुस्तिका देकर कोई झांकने नहीं आता
हैदरनगर : इम्तिहान में चीटिंग और फिर स्टेट टॉपर बनाने के नाम चल रहे गोरखधंधे के खुलासे के लिए बदनाम बिहार को बार-बार कोसा जा रहा है. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बिहार के बच्चों से कहा कि वे झारखंड में आकर पढ़ाई करें. यहां उन्हें तमाम सुविधाएं दी जायेंगी. उनका भविष्य भी बेहतर बनेगा. लेकिन, राजकीयकृत प्लस टू उच्च विद्यालय हैदरनगर में 11वीं की परीक्षा दे रहे विद्यार्थियों का हाल देखें, तो पता चलेगा कि यहां शिक्षा की स्थिति बिहार से भी बदतर है.
जी हां, यहां परीक्षा हॉल में वीक्षक नहीं हैं. विद्यार्थियों को सब कुछ करने की आजादी है. महज 100 रुपये में. विद्यार्थी खुद कहते हैं कि उनसे शिक्षक ने 100 रुपये लिये हैं. प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिका देने के बाद कोई परीक्षा हॉल में झांकने भी नहीं आता. ऊपरी तल पर विद्यार्थी परीक्षा दे रहे हैं और नीचे स्कूल के दो शिक्षक अपने-अपने काम में मशगूल हैं.
प्रभारी प्रधानाध्यापक बैजनाथ राम भी मानते हैं कि परीक्षा हॉल में कोई वीक्षक नहीं है. उनका कहना है कि स्कूल में सिर्फ दो स्टाफ हैं.
एक वह (प्रभारी प्रधानाध्यापक) और दूसरे एक शिक्षक. दो लोगों को ही सारा काम निबटाना है. परीक्षा भी लेनी है. सो ऐसे ही काम चल रहा है. हालांकि, उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा पैसे लेने के आरोपों पर चुप्पी साध ली. ज्ञात हो कि स्कूल में 168 विद्यार्थी परीक्षा दे रहे हैं.

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