लक्ष्य 21000, बने 9000

प्रधान सचिव अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने स्वच्छता अभियान की समीक्षा की 30 जून तक पूरा करना था लक्ष्य था, 15 जुलाई तक 50 प्रतिशत भी निर्माण पूरा नहीं कर सका प्रशासन मेदिनीनगर : पलामू में स्वच्छता अभियान की अपेक्षित प्रगति नहीं है. लक्ष्य के अनुरूप शौचालय का निर्माण कार्य नहीं हो पाया है. पलामू में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 23, 2016 1:35 AM
प्रधान सचिव अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने स्वच्छता अभियान की समीक्षा की
30 जून तक पूरा करना था लक्ष्य था, 15 जुलाई तक 50 प्रतिशत भी निर्माण पूरा नहीं कर सका प्रशासन
मेदिनीनगर : पलामू में स्वच्छता अभियान की अपेक्षित प्रगति नहीं है. लक्ष्य के अनुरूप शौचालय का निर्माण कार्य नहीं हो पाया है. पलामू में 21 हजार शौचालय निर्माण का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन इसके विरुद्ध 50 प्रतिशत भी उपलब्धि नहीं है. इस कार्य को गति देने का निर्देश दिया गया है. शुक्रवार को पेयजल व स्वच्छता विभाग के प्रधान सचिव अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने डीआरडीए सभागार में स्वच्छता अभियान कीसमीक्षा की.
समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि पलामू में 21 हजार शौचालय का निर्माण करने का लक्ष्य 30 जून तक रखा गया था, लेकिन 15 जुलाई के बाद भी इसमें जो प्रगति रिपोर्ट है, उसके मुताबिक 9000 शौचालय निर्माण का कार्य ही पूर्ण हो पाया है. इस पर प्रधान सचिव श्री सिंह ने असंतोष जताया. कहा कि इस कार्य में तेजी लाने की जरूरत है, तभी गांव खुले शौच से मुक्त हो पायेंगे. बैठक में यह बताया गया कि पलामू का सतबरवा, पडवा और मनातू प्रखंड को खुले शौच से मुक्त करना है, इसके लिए 30 जून तक का लक्ष्य निर्धारित था.
लेकिन इनमें से एक भी प्रखंड खुले शौच से मुक्त नहीं पाये हैं. लक्ष्य के अनुरूप कार्य हो, इसके लिए सक्रियता के साथ काम करने का निर्देश दिया गया.
बताया गया कि पडवा प्रखंड के एक पंचायत कजरी में लक्ष्य के अनुरूप काम हुआ है. अन्य पंचायतों में भी कार्य चल रहा है. इसी तरह सतबरवा की रिपोर्ट है. प्रधान सचिव श्री सिंह ने कहा कि 15 अगस्त तक लक्ष्य के अनुरूप कार्य हो, इसे सुनिश्चित किया जाये. इस कार्य में लापरवाही बरादश्त नहीं की जायेगी. बैठक में कहा गया कि पांकी, लेस्लीगंज, सतबरवा, किशुनपुर, चैनपुर पंचायत में संपूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत जो कार्य हुए हैं, वह संतोषप्रद हैं.
अन्य जो इलाके हैं, वहां भी कार्यों में गति लानी है, ताकि इलाके खुले शौच से मुक्त हो सके. बैठक में कहा गया कि जहां शौचालय का निर्माण हो गया है, वहां के लोग उसका उपयोग करें, इसके लिए उन्हें जागरूक करने की जरूरत है, ताकि संपूर्ण स्वच्छता अभियान सफल हो सके. बैठक में उपायुक्त अमीत कुमार, डीडीसी रविशंकर वर्मा, कार्यपालक अभियंता शशिशेखर सिंह, किशोर गुप्ता, अश्विनी पांडेय, यूनिसेफ के प्रेमचंद प्रसाद सहित कई लोग मौजूद थे.

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