मेदिनीनगर : वनराखी मूवमेंट का 40 वां स्थापना दिवस मनाया गया.इस अवसर पर अब पर्यावरण की रक्षा को स्वच्छता के साथ भी जोड़ने का निर्णय लिया गया. मूवमेंट के स्थापना दिवस को लेकर छतरपुर के डाली पंचायत के बेलवा टांड़ में आयोजित समारोह में पर्यावरण संरक्षण अभियान के केंद्रीय अध्यक्ष कौशल किशोर जायसवाल ने कहा कि वैसी बहनें, जो वृक्षों में राखी बांध कर उनके लंबी उम्र की कामना करती है वैसी बहनों को संस्था के द्वारा उपहार स्वरूप शौचालय दिया जायेगा.क्योकि पर्यावरण के साथ-साथ मानव जीवन के लिए स्वच्छता भी जरूरी है.शौचालय न सिर्फ स्वच्छता बल्कि यह सम्मान का भी प्रतीक है.
इसलिए वनराखी मूवमेंट के स्थापना दिवस के अवसर पर यह निर्णय लिया गया है.समारोह की अध्यक्षता संस्था के जिलाध्यक्ष मीर परवेज अख्तर ने की.संचालन उपमुखिया अफजल अंसारी ने किया.मौके पर संस्था के केंद्रीय अध्यक्ष श्री जायसवाल ने वन राखी मूवमेंट पर विस्तार से प्रकाश डाला.कहा कि वर्ष 1977 में वनों को कटने से रोकने के लिए वृक्षों पर रक्षा बंधन करने की शुरुआत की गयी.क्योंकि संस्था का यह मानना है कि वनों की सुरक्षा केवल लाठी से नहीं, बल्कि वनराखी से होगी. जबतक पेड़-पौधों के प्रति अपनापन का भाव विकसित नहीं होगा, तबतक वनों की रक्षा संभव नहीं है. इसलिए वनराखी मूवमेंट चलाया जा रहा है.ताकि लोग पेड-पौधों को भी अपने भाई की तरह देखें.
उन्होंने का कि वन एवं वन्यप्राणियों की सुरक्षा केवल विभाग या सरकार का दायित्व नहीं है, बल्कि यह सबकी जिम्मेवारी है.आज मानवीय भूल के कारण ही वनों के कई जीव समाप्त हो गये कई समाप्ति के कगार पर है.अकेले भारत में 1336 प्रजाति के पौधे असुरक्षित है और वह संकट से जूझ रहे हैं.
श्री जायसवाल ने कहा कि यदि आने वाली पीढ़ी को बेहतर वातावरण देना चाहते हैं, तो पेड़-पौधे लगाने होंगे साथ ही उन्हें बचाना होगा अन्यथा एक दिन ऐसी भी हालत होगी जब पानी की बोतल की तरह आक्सीजन का सिलिंडर साथ लेकर चलना पड़ेगा. स्थापना दिवस के अवसर पर नि:शुल्क पौधा वितरण किया गया.साथ ही पर्यावरण धर्म का शपथ भी दिलायी गयी.
इस अवसर पर सुचित कुमार,जुबेर अंसारी,लल्लू प्रसाद, विनोद यादव, शमीम अंसारी, महादेव भुंइया, संतोष प्रजापति, श्यामदेव सिंह, दुलारी देवी, संगीता कुमारी,शिवमनिया देवी,पनमी कुंवर ,बसमतिया देवी सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे.