सफाईकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर
मेदिनीनगर : मेदिनीनगर नगर पर्षद के सफाईकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. सोमवार को हड़ताल के समर्थन में सफाई कर्मियों ने नगर पर्षद कार्यालय के मुख्य द्वार पर धरना पर बैठ गये. साथ ही रोषपूर्ण प्रदर्शन भी किया. कहा कि सफाईकर्मी के साथ-साथ नगर पर्षद प्रशासन उपेक्षापूर्ण रवैया अपना रहा है. विपरीत परिस्थितियों में भी […]
मेदिनीनगर : मेदिनीनगर नगर पर्षद के सफाईकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. सोमवार को हड़ताल के समर्थन में सफाई कर्मियों ने नगर पर्षद कार्यालय के मुख्य द्वार पर धरना पर बैठ गये. साथ ही रोषपूर्ण प्रदर्शन भी किया.
कहा कि सफाईकर्मी के साथ-साथ नगर पर्षद प्रशासन उपेक्षापूर्ण रवैया अपना रहा है. विपरीत परिस्थितियों में भी वे लोग सफाई कार्य में लगे हैं, लेकिन नगर पर्षद को इसकी कोई चिंता नहीं है. कचरा फेंकने के लिए शहर में कोई निर्धारित स्थान नहीं है. जहां वे लोग कचरा फेंकने जा रहे हैं, वहां लोगों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. लोग मारपीट और गाली-गलौज कररहे हैं.
अपमान सह कर भी वे लोग काम में लगे हैं. लेकिन इसके बाद भी नगर पर्षद प्रशासन उनलोगों के दर्द को समझने को तैयार नहीं है. चार माह हो गये, वेतन नहीं मिल रहा है. वेतन के अभाव में काम कर रहे हैं और उसके बाद सफाई निरीक्षक द्वारा जातिसूचक शब्द का प्रयोग कर गाली दी जा रही है. मारपीट भी की गयी है. सफाई कर्मियों ने कहा कि लोग भी गाली दें, सफाई निरीक्षक भी गाली दें, पेट खाली है.आखिर इस स्थिति में वे लोग कब तक काम करेंगे. अब स्थिति बरदाश्त के बाहर है. इसलिए उनलोगों ने यह तय किया है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होगी, वे लोग हड़ताल पर रहेंगे. हड़ताल में सुखदेव राम, संतोष कुमार, विशुनराम चंद्रवंशी, सलीम अंसारी, रंजीत, मुमताज अहमद, इश्तेयाक शाह, कृष्णा राम, टिया, लक्ष्मी, कुंती, सरस्वती, संजु, मीना, कबुतरी, शंकर, कमली, गीता, लखिया, रीता, सोमरी, देवंती, संतोष राम सहित काफी संख्या में सफाईकर्मी शामिल है.
हड़ताल का क्या होगा असर
नगर पर्षद के सफाईकर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से शहर के सफाई व्यवस्था पर असर पड़ेगा. वैसे सफाईकर्मियों के कार्य में रहने के बाद भी कचरा फेंकने के लिए निर्धारित स्थान नहीं होने के कारण कई जगहों पर गंदगी पसरी रहती है. लेकिन शहर में सफाई हो जाती थी. अब उनके हड़ताल पर चले जाने से पूरे शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा जायेगी. मेदिनीनगर नगर पर्षद में सफाईकर्मियों की संख्या 100 से अधिक है. औसतन प्रतिदिन शहर से 30-35 टन कचरा निकलता है.
क्या कहते हैं अध्यक्ष
झारखंड लोकल बॉर्डिज इंप्लाइज फेडरेशन के मेदिनीनगर नगर पर्षद इकाई के संयोजक सुखेदव राम व राज्य संयुक्त सचिव संतोष कुमार ने कहा कि मंगरदाहा में चालक व कर्मी तो पीटे ही गये है, इसके अलावा स्वच्छता निरीक्षक कृष्णमुरारी शर्मा ने भी सफाईकर्मी कृष्णा राम के साथ मारपीट की है. हमेशा कर्मियों को प्रताड़ित की जाती है. आठ घंटे के बजाये 12 घंटे काम लिया जा रहा है. समय पर वेतन भी नहीं दिया जा रहा है. पूर्व में भी स्वच्छता निरीक्षक ने सफाईकर्मियों के साथ गाली-गलौज की थी. इसकी शिकायत कार्यपालक पदाधिकारी से की गयी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. ऐसे में सिवा आंदोलन के अलावा कोई दूसरा विकल्प उनलोगों के पास नहीं है.
क्या कहते हैं उपाध्यक्ष
उपाध्यक्ष परमेंद्र कुमार ने कहा कि सफाईकर्मियों के साथ स्वच्छता निरीक्षक द्वारा मारपीट किया जाना गंभीर मामला है. सफाईकर्मी यदि काम कर रहे हैं, तो उन्हें सुरक्षा के साथ सम्मान भी मिलना चाहिए. इस मामले को लेकर नगर पर्षद गंभीर है. इसके पूर्व भी स्वच्छता निरीक्षक के खिलाफ कई आरोप लगे हैं, जिसकी जांच करायी जायेगी, दोषी पाये जाने पर कार्रवाई होगी.