दर्द होने के बाद काली पड़ जाती हैं दीप की उंगलियां और सड़ कर गल जाता है मांस
पांडू : पांडू के कजरू खुर्द निवासी दीपनारायण पासवान पिछले 10 वर्ष से बीमार है. आर्थिक तंगी के कारण वह अपना इलाज नहीं करा पा रहा है. सबसे बड़ी चिंता उसे अपने परिवार को लेकर है. उसकी चार लड़कियां हैं. दीपनारायण ने कहा कि वह न तो जी पा रहा है और न ही मर […]
पांडू : पांडू के कजरू खुर्द निवासी दीपनारायण पासवान पिछले 10 वर्ष से बीमार है. आर्थिक तंगी के कारण वह अपना इलाज नहीं करा पा रहा है. सबसे बड़ी चिंता उसे अपने परिवार को लेकर है. उसकी चार लड़कियां हैं. दीपनारायण ने कहा कि वह न तो जी पा रहा है और न ही मर पा रहा है. वह अपनी बीमारी के इलाज में हजारों रुपये खर्च कर चुका है, लेकिन उसकी बीमारी ठीक नहीं हुई.
गावं के महेंद्र मोची आैर मुन्नी पांडेय ने इलाज के लिए उसे वाराणसी बीएचयू अस्पताल, कोलकाता, डालटनगंज आैर गढ़वा ले गये, लेकिन उसे कुछ लाभ नहीं हुआ. दीपनारायण ने बताया कि उसकी बीमारी अजीब है. पहले उंगली में दर्द होता है. इसके बाद पूरी उंगली काली हो जाती है.
इसके बाद मांस सड़ कर गिरने लगता है. कई डॉक्टरों से दिखाने के बाद भी उसकी बीमारी का नाम नहीं मालूम चला. उसने रोते हुए बताया कि अब वह परेशान हो गया है. वह अब आत्महत्या करना चाहता है. बच्चों के कारण वह ऐसा नहीं कर पाता है. उसकी चार पुत्रियां विमला कुमारी पासवान (16), शिमला कुमारी पासवान (14), पुनीता कुमारी पासवान (11) व कुमकुम कुमारी पासवान (नौ) है. वह भूमिहीन है.
दीपनारायण ने कहा कि उसकी जमीन भी नहीं है. जमीन रहने से उसकी ब्रिकी कर समय आने पर बच्चों की शादी करता. पत्नी कलावती देवी ने कहा कि घर में खाने को अनाज नहीं है. बेटी पढ़ाई छोड़ कर गांव- घर में काम करती है. इसके बाद से घर में खाना बनता है. दीपनारायण ने कहा कि अब वह जिंदगी और मौत से लड़ना नहीं चाहता है. वह पूरी तरह से टूट चुका है.