कर्मों का लेखा-जोखा रखते हैं भगवान चित्रगुप्त : नामधारी
महोत्सव . श्री चित्रगुप्त मंदिर परिसर में भक्ति जागरण मेदिनीनगर : श्री चित्रगुप्त पूजा महोत्सव के अवसर पर कोयल नदी तट स्थित श्री चित्रगुप्त मंदिर परिसर में मंगलवार की शाम भक्ति जागरण का आयोजन किया गया. राज्य के पूर्व स्पीकर इंदर सिंह नामधारी ने कार्यक्रम का उदघाटन किया. मुख्य अतिथि श्री नामधारी ने श्री चित्रगुप्त […]
महोत्सव . श्री चित्रगुप्त मंदिर परिसर में भक्ति जागरण
मेदिनीनगर : श्री चित्रगुप्त पूजा महोत्सव के अवसर पर कोयल नदी तट स्थित श्री चित्रगुप्त मंदिर परिसर में मंगलवार की शाम भक्ति जागरण का आयोजन किया गया. राज्य के पूर्व स्पीकर इंदर सिंह नामधारी ने कार्यक्रम का उदघाटन किया. मुख्य अतिथि श्री नामधारी ने श्री चित्रगुप्त की महानता पर विस्तार से प्रकाश डाला. कहा कि ईश्वर के विधान के अनुसार सभी जीवों के कर्मो का लेखा-जोखा रखने की जिम्मेवारी भगवान श्री चित्रगुप्त को प्राप्त है.
हम सभी अपने जीवन में जो भी कर्म करते हैं, उसका लेखा-जोखा भगवान श्री चित्रगुप्त रखते हैं. इसके आधार पर ही सभी जीवों को उसके कर्म के अनुसार फल मिलता है. श्री नामधारी ने कहा कि ईश्वर की असीम कृपा से दुर्लभ मानव शरीर मिला है.शरीर से में रह कर ही जीव परमात्मा की आराधना करता है.
सभी शास्त्र सत्यकर्म का संदेश देते है. जरूरत है लोगों को अपने जीवन में सत्कर्म करने की. तभी उसका फल अच्छा मिलेगा. उन्होने कहा कि पूजा से जो उर्जा मिलती है उसे सत्यकर्म में ही लगाना चाहिए. उत्तरप्रदेश के ओबरा से आये दिवाकर कायस्थ व उसके सहयोगियों ने भक्ति गीत प्रस्तुत कर लोगों को झूमने पर विवश कर दिया. जागरण का कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा. मौके पर पूजा समिति के अध्यक्ष विपिन बिहारी लाल, सचिव सुर्यनेश्वर प्रसाद, ज्ञान कुमार, विनीत कुमार, अमित कुमार सहाय, सीता राम प्रसाद कर्ण, गोपाल कृष्ण वर्मा, महेशचंद्र वर्मा, राजीव कुमार राजु, एसएसपी सिन्हा, रमेशचंद्र प्रसाद,अंजनी सहित काफी संख्या में कायस्थ परिवार के लोग शामिल थे.