संस्कृति संरक्षण में सहायक है मेला

मेदिनीनगर. झामुमो नेता सह युवा समाजसेवी डॉ राहुल अग्रवाल ने कहा कि पूर्वजों की परंपरा को बरकरार रखने की जरूरत है. पूर्व से जो परंपरा चली आ रही है, उसमें प्रेम व भाईचारा का संदेश है. डॉ अग्रवाल संदर प्रखंड के पोखराह कला व चैनपुर के खुरा खूर्द में आयोजित जतरा मेला में बोल रहे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 17, 2016 8:22 AM
मेदिनीनगर. झामुमो नेता सह युवा समाजसेवी डॉ राहुल अग्रवाल ने कहा कि पूर्वजों की परंपरा को बरकरार रखने की जरूरत है. पूर्व से जो परंपरा चली आ रही है, उसमें प्रेम व भाईचारा का संदेश है. डॉ अग्रवाल संदर प्रखंड के पोखराह कला व चैनपुर के खुरा खूर्द में आयोजित जतरा मेला में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि जतरा मेला आदिवासी संस्कृति के सरंक्षण में सहायक है.
मेला से समाजिक एकता की भावना विकसित होती है. जमाने के साथ कदम मिला कर चलना गलत नहीं है. हमेशा मनुष्य को मिट्टी व अपनी परंपरा के साथ जुड़ कर रहना चाहिए. डॉ अग्रवाल ने कहा कि प्रकृति के साथ जुड़ कर पर्व मनाने की परंपरा आदिवासी समाज की रही है. हमें पर्यावरण की भी रक्षा करनी चाहिए. मौके पर सीआरपीएफ के कमांडेंट सतीश लिंडा ने कंबल उपलब्ध कराया. मौके पर चैनपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी अमित भगत, रामनाथ, शिवकुमार, बुटन, जितु उरांव मौजूद थे.

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