पार्षद पतियों के इशारे पर नपते हैं अधिकारी
विश्रामपुर : श्रामपुर नगर परिषद कार्यालय में जो भी अधिकारी-कर्मचारी महिला पार्षद पति के इशारे पर नहीं चलते है,उनलोगों को निशाने पर लिया जाता है. पार्षद पतियों के इशारे पर नहीं चलने वाले अधिकारी-कर्मचारी उनके कोप का भाजन बनते हैं. वैसे अधिकारी-कर्मचारियों पर झूठे आरोप मढ़े जाते हैं.साजिश के तहत उन्हें बदनाम करने की मुहिम […]
विश्रामपुर : श्रामपुर नगर परिषद कार्यालय में जो भी अधिकारी-कर्मचारी महिला पार्षद पति के इशारे पर नहीं चलते है,उनलोगों को निशाने पर लिया जाता है. पार्षद पतियों के इशारे पर नहीं चलने वाले अधिकारी-कर्मचारी उनके कोप का भाजन बनते हैं. वैसे अधिकारी-कर्मचारियों पर झूठे आरोप मढ़े जाते हैं.साजिश के तहत उन्हें बदनाम करने की मुहिम चलायी जाती है. इस मुहिम का शिकार पूर्व नगर प्रबंधक जया लक्ष्मी भगत हो चुकी हैं. इस बार साजिश का शिकार वर्तमान नगर प्रबंधक निखिल किरण को बनाया जा रहा है.
निखिल किरण ने जब पार्षद पति विजय कुमार रवि के इशारों पर चलने से मना कर दिया, तब इन्हें भी निशाना बनाया जा रहा है. सूत्रों की माने तो शौचालय निर्माण में कुछ वार्ड पार्षद व उनके पतियों द्वारा अवैध वसूली की जा रही थी. जो लाभुक पार्षद या उनके पति को रिश्वत देता था. उनका ही आवेदन मात्र स्वीकृत होता था, जिसके चलते शौचालय निर्माण में दो माह पहले तक विश्रामपुर नगर परिषद राज्य के सभी नगर निकायों में अंतिम पायदान पर था. नगर प्रबंधक निखिल किरण पलामू उपयुक्त अमित कुमार से मिल कर अपना दुखड़ा सुनाया.
निखिल किरण ने उपयुक्त को विश्रामपुर नगर परिषद के वर्तमान हालत से अवगत कराया. श्री किरण ने उपयुक्त को बताया की कुछ वार्ड पार्षद पति उन्हें झूठे मुकदमे में फसाने की धमकी भी दे रहे हैं. उपायुक्त ने नगर प्रबंधक को बिना किसी दबाव-प्रभाव के सरकारी नियमों के अनुरूप कार्य करने का निर्देश दिया.
विश्रामपुर नगर परिषद उपाध्यक्ष के नेतृत्व में कुछ पार्षद नगर विकास मंत्री सीपी सिंह से मिले.उपाध्यक्ष अनिल पांडेय ने मंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा. ज्ञापन में नगर प्रबंधक निखिल किरण पर भेद-भाव व छुआ-छूत को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है.