आदिम जनजातियों ने किया रोषपूर्ण प्रदर्शन
मेदिनीनगर : भारतीय जनमुक्ति पार्टी के बैनर तले आदिम जनजातियो ने सीएनटी व एसपीटी एक्ट मे संशोधन के खिलाफ तथा विभिन्न मांगों के समर्थन में गुरुवार को उपायुक्त कार्यालय समक्ष रोषपूर्ण प्रदर्शन किया. शिवाजी मैदान से पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष उपाशंकर वैगा व्यास के नेतृत्व में रैली निकाली गयी. जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आये […]
मेदिनीनगर : भारतीय जनमुक्ति पार्टी के बैनर तले आदिम जनजातियो ने सीएनटी व एसपीटी एक्ट मे संशोधन के खिलाफ तथा विभिन्न मांगों के समर्थन में गुरुवार को उपायुक्त कार्यालय समक्ष रोषपूर्ण प्रदर्शन किया. शिवाजी मैदान से पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष उपाशंकर वैगा व्यास के नेतृत्व में रैली निकाली गयी.
जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आये सैकड़ों लोगों ने रैली में भाग लिया और अपने मांगों के समर्थन में नारेबाजी की. रैली शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए उपायुक्त कार्यालय पहुंचा. लोगों ने प्रदर्शन के बाद सभा की. सभा में केंद्रीय अध्यक्ष श्री वैगा ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास आदिवासियों का उत्थान नहीं चाहते.
यहीं वजह है कि सीएनटी व एसपीटी एक्ट में संशोधन कर मुख्यमंत्री झारखंड के आदिवासियों की जमीन पर पूंजीपतियों का कब्जा दिलाना चाहते हैं. यदि इस एक्ट में संशोधन होता है, तो इसका लाभ पूंजीपति व उद्योगपति को मिलेगा. जबकि राज्य के गरीब व मध्यम वर्ग के लोगों को नुकसान उठाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि सरकार इस एक्ट का संशोधन बिल वापस ले और सीएनटी व एसपीटी एक्ट को शक्ति से लागू करें. पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह खरवार ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार ऐसे नीति लागू कर रही है, जिससे बड़े लोगों को ही लाभ हो. सरकार गरीब व जनविरोधी काम कर रही है. पार्टी के केंद्रीय सदस्य ज्योति सोरन, तेजकुमार कोरवा, अवधेश कुमार, सीताराम यादव ने अपने हक व अधिकार के लिए आदिवासियों को एकजुट हो कर आंदोलन करने का आह्वान किया.
सभा की अध्यक्षता सुनील कुमार यादव व संचालन तेज कुमार कोरवा ने किया. सभा के बाद 13 सूत्री मांग पत्र राष्ट्रपति के नाम पलामू उपायुक्त को सौंपा गया. मांग पत्र के माध्यम से छत्तरपुर जो जिला बनाने, कल्याण विभाग के कार्यों की जांच करने समान शिक्षा अधिकार कानून बनाने, वनाधिकार अधिनियम को लागू करने की मांग की गयी. कार्यक्रम में जॉर्ज कोरवा, वंसत परहिया, रामचंद्र भुइयां, विफन कोरवा, भुलन परहिया,श्रवण परहिया, विश्वनाथ परहिया, सुर्यवंती देवी, सुनीत देवी सहित काफी संख्या में लोग शामिल थे.