पलामू में बंद का रहा मिला-जुला असर

मेदिनीनगर : राज्य सरकार द्वारा सीएनटी व एसपीटी एक्ट में संशोधन किये जाने के विरोध में विपक्षी दलों का शुक्रवार को आहूत झारखंड का मिला जुला असर पलामू में देखा गया. हालांकि बंद की घोषणा होने के कारण लंबी दूरी के बसों का परिचालन ठप रहा. मेदिनीनगर बस स्टैंड से विभिन्न मार्गों के लिए 100 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2016 7:42 AM
मेदिनीनगर : राज्य सरकार द्वारा सीएनटी व एसपीटी एक्ट में संशोधन किये जाने के विरोध में विपक्षी दलों का शुक्रवार को आहूत झारखंड का मिला जुला असर पलामू में देखा गया. हालांकि बंद की घोषणा होने के कारण लंबी दूरी के बसों का परिचालन ठप रहा. मेदिनीनगर बस स्टैंड से विभिन्न मार्गों के लिए 100 से अधिक बसें खुलती है, जो बंद के कारण नहीं खुली. छोटे वाहनों का परिचालन आम दिनों की तरह हुआ. बंद को सफल बनाने के लिए विपक्षी दल के झामुमो, राजद, झाविमो, सीपीआइ, भाकपा माले, सीपीएम, जदयू के नेता व कार्यकर्ता अहले सुबह से ही सड़क पर उतर गये थे. बंद समर्थकों ने रेडमा चौक व छह मुहान चौक को जाम कर दिया था. ट्रक को आड़े तिरछे खड़ा कर दोनों चौक जाम कर दिया था.
जाम की सूचना मिलने पर सदर बीडीओ मो जुल्फिकार अंसारी, सदर सीओ शिव शंकर पांडेय व थाना प्रभारी संजय कुमार मालवीय के नेतृत्व में पुलिस बल ने जाम स्थल पर पहुंची. बंद को सफल बनाने के लिए जाम कर प्रदर्शन कर रहे बंद समर्थकों की टोली को हिरासत में लेकर पुलिस थाना ले आयी और जाम हटाया. थाना प्रभारी श्री मालवीय ने बताया कि झारखंड बंद को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह चौकस थी. सभी चौक चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. बंद समर्थक आवागम बाधित करने के लिए प्रयास किये थे.
लेकिन पुलिस ने उनका प्रयास विफल कर दिया. विभिन्न दलों के 41 नेताओं व कार्यकर्ताओं को सीआरपीसी एक्ट के धारा 151 के तहत हिरासत में लिया गया. दोपहर बाद सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं को छोड़ दिया गया. बंद समर्थकों को अपने मांगों के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे और व्यवसायियों , वाहन मालिकों, आम जनता से बंद को सफल बनाने की अपील कर रहे थे. राजद के जिलाध्यक्ष शंकर यादव, झामुमो जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिन्हा, अख्तर जमा, झाविमो जिलाध्यक्ष मुरारी पांडेय, सीपीआइके सूर्यपत सिंह, रुचिर कुमार तिवारी, भाकपा माले के रवींद्र भुइयां आदि ने सीएनटी व एसपीटी एक्ट में राज्य सरकार द्वारा किये गये संशोधन को गलत करार देते हुए उसे वापस लेने की मांग की.
कहा कि सरकार इस संवेदनशील मुद्दे पर गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए अपनी नीतियों में बदलाव नहीं लाती हो, तो उग्र आंदोलन किया जायेगा. पुलिस ने बंद समर्थक झामुमो नेता डॉ राहुल अग्रवाल, डॉ शशिभूषण मेहता, राजमुनी मेहता, संजीव तिवारी, अरविंद तिवारी, एकबाल अहमद, कमाल खां, विभूति नारायण सिंह, प्रभात सिन्हा, मुन्ना सिन्हा, एमजेड खां, झाविमो के संजर नवाज, विरेंद्र प्रसाद, जदयू जिलाध्यक्ष राजनारायण सिंह पटेल, सीपीआइ के जितेंद्र सिंह, फेकन उरांव, रामचंद्र भुइयां, रामप्रसाद उरांव, चंद्रशेखर तिवारी, राजद के अबदुल खालिक, ईश्वरी महतो, अरुण चंद्रवंशी, मुमताज खान, मनोज यादव, भाकपा माले के सरफराज आलम, ब्रजनंदन स्नेही, उपेंद्र चंद्रवंशी, शिवकुमार पासवान, सीपीएम के सुरेश ठाकुर आदि को पुलिस ने हिरासत में लिया था. बंद के कारण बसों का परिचालन नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी हुई. किसी भी निजी स्कूल की बसें नहीं चली. इस कारण एमके डीएवी पब्लिक स्कूल, सेक्रेट हर्ट, जीजीपीएस, रोटरी स्कूल, हेरिटेज इंटर नेशनल स्कूल, एलिट पब्लिक स्कूल, संत जेवियर, संत मरियम स्कूल, एलबीएस सहित कई विद्यालय बंद रहें. पड़वा में बंद बेअसर: पडवा. सीएनटी व एसपीटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ विपक्षी दलों द्वारा आहूत बंद का पडवा में कोई असर नहीं रहा.
रोज की तरह सभी दुकानें खुली रही. पडवा से मेदिनीनगर, गढ़वा, पाटन के लिए छोटी वाहन चलती है, जो आज भी रोज की तरह चली. बंद के मद्देनजर शुक्रवार की अहले सुबह से ही पडवा पुलिस सक्रिय देखी गयी. कोई भी बंद समर्थक सड़क पर नहीं आये. पडवा थाना प्रभारी रामाधार चौधरी व नावाबाजार थाना प्रभारी चंद्रशेखर कुमार के नेतृत्व में पुलिस सक्रिय थी.

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