नीलगाय के उत्पात से फसलें हो रही है बरबाद
विश्रामपुर : विश्रामपुर व नावाबजार प्रखंड के दर्जनों गांव में जंगली नीलगायों का उत्पात चरम पर है. जंगलों से निकल कर सैकड़ों की संख्या में नीलगाय गांवों में घुसकर खेतों में लगी फसल बरबाद कर रहे है. फसलों का नुकसान देख कर किसानों में मायूसी छाई हुई है.धान की अच्छी फसल के बाद किसानों ने […]
विश्रामपुर : विश्रामपुर व नावाबजार प्रखंड के दर्जनों गांव में जंगली नीलगायों का उत्पात चरम पर है. जंगलों से निकल कर सैकड़ों की संख्या में नीलगाय गांवों में घुसकर खेतों में लगी फसल बरबाद कर रहे है.
फसलों का नुकसान देख कर किसानों में मायूसी छाई हुई है.धान की अच्छी फसल के बाद किसानों ने गेहूं, सरसों, चना, मटर सहित दलहन व तिलहन की खेती व्यापक पैमाने पर बड़े ही उत्साह के साथ की थी. खेतों में लगी अच्छी फसल को देखकर किसान फुले नहीं समा रहे थे. लेकिन जंगलों से उतर रहे नीलगायों की झुंड इनकी खुशी व उत्साह को दर्द में डूबो दे रहे हैं. ब्रहमोरिया,बसना, राजहरा,चनेया,तुकबेरा,भंडार,बड़कावन सहित विश्रामपुर व नावाबाजार प्रखंड के दर्जनों गांव के हजारों एकड़ खेतो में लगे फसलो को नीलगाय के झुण्ड ने बर्बाद कर दिया है.किसान फसल को बचाने के लिए रात में पहरेदारी भी कर रहे है.
लेकिन नीलगाय का झुंड जब आता है, तो किसान भयभीत होकर भाग जाते है. किसान सुमंततिवारी, पंकज तिवारी, वशिष्ट तिवारी व विजय तिवारी ने वन विभाग के अधिकारियों से नीलगाय के प्रकोप से बचने की मांग की है. ग्रामीणों ने जिला प्रसाशन से बर्बाद फसलों का मुआयना कर उचित मुआवजे की भी मांग की है.