700 हाउस होल्डरों ने जमा किये फॉर्म
31 तक जमा करना है सेल्फ एसेसमेंट फार्म सभी वार्डों में 10500 सेल्फ एसेसमेंट फार्म का वितरण किया गया है मेदिनीनगर : नगर निकायों में होल्डिंग टैक्स पुनरीक्षण के लिए राज्य सरकार द्वारा जो सेल्फ एसेसमेंट फार्म उपलब्ध कराये गये हैं, उसे भर कर 31 जनवरी तक दस्तावेज के साथ जमा करना है. मेदिनीनगर शहरी […]
31 तक जमा करना है सेल्फ एसेसमेंट फार्म
सभी वार्डों में 10500 सेल्फ एसेसमेंट फार्म का वितरण किया गया है
मेदिनीनगर : नगर निकायों में होल्डिंग टैक्स पुनरीक्षण के लिए राज्य सरकार द्वारा जो सेल्फ एसेसमेंट फार्म उपलब्ध कराये गये हैं, उसे भर कर 31 जनवरी तक दस्तावेज के साथ जमा करना है. मेदिनीनगर शहरी क्षेत्र में यह कार्य धीमी गति से चल रहा है. शहरवासी इस फार्म को भरने में रुचि नहीं ले रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक नगर पर्षद क्षेत्र में 13 हजार से अधिक हाउस होल्ड धारक हैं. शहर के सभी वार्डों में 10500 सेल्फ एसेसमेंट फार्म वितरण किया गया है. 11 जनवरी तक करीब 700 लोगों ने अपने जमीन व मकान का ब्योरा फार्म के माध्यम से जमा किया है. मालूम हो कि इस कार्य में तेजी आय और लोग इसके प्रति लोग जागरूक हो. इस उद्देश्य को लेकर नगर पर्षद द्वारा 10 जनवरी से प्रत्येक वार्ड में जागरूकता शिविर लगाया जा रहा है.
शिविर के माध्यम से लोगों को होल्डिंग टैक्स से जुड़े इस फार्म को भर कर जमा करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. साथ ही लोगों का भरा हुआ फार्म व दस्तावेज जमा किया जा रहा है. बुधवार को भी शहर के विभिन्न वार्डों में जागरूकता शिविर लगाया गया. मिली जानकारी के अनुसार, जागरूकता शिविर का भी अपेक्षित परिणाम सामने नहीं आ रहा है. शिविर में लगे लोगों की मानें तो कई ऐसे होल्डिंग धारक है जो स्पष्ट रूप से कहते हैं कि अभी होल्डिंग टैक्स के पुनरीक्षण के बारे में बहुत कुछ समझना है.
बगैर समझे फार्म कैसे भरा जाये. वहीं कई लोग अपने मकान का दस्तावेज की छायाप्रति नहीं रहने की भी बात कहते है. ऐसे में 31 जनवरी तक शहर के सभी हाउस होल्डधारकों का फार्म कैसे जमा हो पायेगा. यदि 31 जनवरी तक फार्म जमा नहीं हुआ तो सरकार के निर्देश के आलोक में आर्थिक जुर्माना भी लगाया जायेगा. शिविर के पर्यवेक्षण में सहायक अभियंता विनय सिंह, टैक्स दारोगा प्रदीप मेहता, सीटी मिशन मैनेजर राकेश सिंह, सीटी मैनेजर आसिफ रिजवी सक्रिय थे. वहीं शिविर में धीरज कुमार, संतोष कुमार, जयगोबिंद मेहता, तहसीलदार रवींद्र सिंह, हसनैन खान, पवन मेहता, गंगा सागर राम आदि सक्रिय थे.