दायित्वों को ईमानदारी से निभाएं

मेदिनीनगर : पलामू के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा ने कहा कि देश की सेवा सर्वोपरी है. मुल्क जब गुलाम था, तब जो लोग प्रशासनिक सेवा में जाते थे, उन्हें भारतीयों के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ती थी. इसलिए सुभाषचंद्र बोस जैसे महान देश भक्तों को यह गवारा नहीं था. इसलिए बोस ने आइसीएस के पद से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 24, 2017 8:22 AM
मेदिनीनगर : पलामू के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा ने कहा कि देश की सेवा सर्वोपरी है. मुल्क जब गुलाम था, तब जो लोग प्रशासनिक सेवा में जाते थे, उन्हें भारतीयों के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ती थी. इसलिए सुभाषचंद्र बोस जैसे महान देश भक्तों को यह गवारा नहीं था. इसलिए बोस ने आइसीएस के पद से इस्तीफा देकर न सिर्फ देश प्रेम का उदाहरण प्रस्तुत किया. बल्कि अंग्रेजों की इस व्यवस्था का विरोध किया. उनके इस कार्य से यह प्रेरणा मिलती है कि व्यक्ति का समाज व राष्ट्र के प्रति जो दायित्व है, उसका ईमानदारी के साथ निर्वहन करना चाहिए.
एसपी श्री महथा सोमवार को संत मरियम आवासीय विद्यालय में आयोजित नेताजी सुभाषचंद्र बोस के जयंती समारोह में बोल रहे थे. इसकी अध्यक्षता विद्यालय के निदेशक अविनाश देव ने की. कार्यक्रम की शुरुआत एसपी श्री महथा, विशिष्ट अतिथि सेसा के महासचिव कौशिक मल्लिक व विद्यालय के निदेशक श्री देव ने सुभाषचंद्र बोस के तस्वीर पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया.
मौके पर एसपी श्री महथा ने कहा कि बचपन से ही नेताजी सुभाषचंद्र बोस के अंदर देश प्रेम की भावना थी. वे देश को आजाद कराने के लिए संघर्ष किये. एसपी श्री महथा ने कहा कि नेताजी ने गुलामी के समय प्रशासनिक सेवा में लगे लोगों के कार्य प्रणाली का विरोध कर इससे अलग हो गये थे. जरूरत है युवाओं को आगे आकर राष्ट्र व समाज के प्रति अपने दायित्व निभाने का. तभी नेताजी सुभाषचंद्र बोस का सपना पूरा होगा.
विशिष्ट अतिथि सेसा के महासचिव कौशिक मल्लिक ने कहा कि सुभाषचंद्र बोस के अंदर मातृभूमि के प्रति असीम स्नेह प्रेम था. उन्होंने पुरानी मानवता को सत्य, प्रेम, भाईचारा, संयम व संघर्ष का संदेश दिया है.
विद्यालय के निदेशक अविनाश देव ने संस्कार व समर्पण की भावना जीवन के प्रारंभिक दौर से ही बच्चों के मन में हो. इस बात को ध्यान में रख कर विद्यालय प्रबंधन द्वारा महापुरुषों की जयंती मनायी जाती है, ताकि विद्यार्थी महापुरुषों के जीवन से सीख लेकर समाज व राष्ट्र के सेवा में अपना सक्रिय योगदान दे सकें. मौके पर विद्यालय के प्राचार्य कुमार आदर्श देव, उप प्राचार्य एसबी साहा, एसए रहमान, पीआर तिवारी, एसके साहा, यशवंत कौशल, दिव्या, रौशन, निकिता खेतान, निवेदिता पांडेय, जेपी प्रसाद, बलभद्र पांडेय सहित कई लोग मौजूद थे.

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