आंकड़ा नहीं, अंजाम के लिए कार्य करें

13 फोकस प्रोग्राम के तहत मिशन मोड में काम करना है मेदिनीनगर : मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने कहा कि आंकड़ा नहीं, बल्कि अंजाम प्राप्त करने के लिए कार्य करना है. शासन प्रशासन प्रत्येक दरवाजे तक पहुंचे. उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर कार्य करें, ताकि विकास की गति तेज हो. पलामू का मनातू इलाका […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 24, 2017 1:29 AM

13 फोकस प्रोग्राम के तहत मिशन मोड में काम करना है

मेदिनीनगर : मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने कहा कि आंकड़ा नहीं, बल्कि अंजाम प्राप्त करने के लिए कार्य करना है. शासन प्रशासन प्रत्येक दरवाजे तक पहुंचे. उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर कार्य करें, ताकि विकास की गति तेज हो. पलामू का मनातू इलाका कठिन परिस्थतियों से गुजरा है. 13 फोकस प्रोग्राम के तहत मिशन मोड में काम करना है, ताकि जनता को इसका लाभ मिले और इलाके में सकारात्मक बदलाव बदलाव हो. मुख्य सचिव श्रीमती वर्मा गुरुवार को मनातू प्रखंड कार्यालय के सभागार में मनातू एक्शन प्लान की समीक्षा बैठक कर रही थी.

बैठक में उन्होंने मनातू एक्शन प्लान के तहत हुए कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की. कहा कि इलाके में जो भी सरकारी विद्यालय है, सभी विद्यालयों में स्कूल प्रबंधन समिति का गठन करें. प्रत्येक दिन समिति के लोग मोनेटरिंग करे. यदि कोई बच्चा स्कूल नहीं आ रहा है, तो क्यों नहीं आ रहा है. इसका भी कारण जाना जाये और उसे दूर करने का प्रयास हो.

बैठक में कहा गया कि किसी भी पस्थिति में मध्याह्न भोजन विद्यालयों में बंद न हो, इसे सुनिश्चित किया जाये. गोदाम की जगह विद्यालय को जनवितरण प्रणाली की दुकानों से चावल की आपूर्ति करायी जायेगी. समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि मनातू एक्शन प्लान के परीधि में जो गांव आते हैं, उसमें 62 विद्यालय है. आठ अतिरिक्त विद्यालय का प्रस्ताव भेजा गया है. इसे शीघ्र ही मंजूरी दी जायेगी. आंगनबाड़ी केंद्र की संख्या-70 है. इन सभी केंद्रों में सेविका-सहायिका है या नहीं इस पर पलामू के उपायुक्त अमीत कुमार ने मुख्य सचिव को बताया कि सभी केंद्रों में सेविका-सहायिका है. कुछ केंद्र ऐसे है, जिसमें सेविका-सहायिका का अभाव है. वहां नजदीक के केंद्र के सेविका व सहायिका को प्रभार दिया गया है और वहां के लिए चयन प्रक्रिया शुरू की जा रही है. बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती वर्मा ने कहा कि जो भी सहिया काम नहीं करती है, उन्हें बरखास्त करें.

इलाके में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा मिले इसके लिए जागरूकता कार्यक्रम सक्रियता के साथ चलें. इस पर भी ध्यान रहे. सखी मंडल का गठन पर जोर दिया गया. कहा गया कि पाकुट में सखी मंडल द्वारा कैंटीन चलाया जा रहा है. यदि इस तरह का प्रयास यहां भी हो, तो सरकार द्वारा अपेक्षित मदद की जायेगी. सखी मंडल के सदस्यों को मनरेगा के तहत मेठ का प्रशिक्षण देने को कहा गया. बैठक में कृषि पर भी चर्चा की गयी. कहा गया कि मनातू इलाके में जो खेत है. वह तिल के खेती के लिए काफी उपयुक्त है.

मनरेगा के तहत भूमि समतलीकरण का कार्य कर तिल की खेती को बढ़ावा दिया जाये. बैठक में डीजीपी डीके पांडेय ने सामुदायिक पुलिसिंग पर जोर दिया. कहा कि पुलिस और आमजनों के बीच दोस्ताना संबंध होना चाहिए. समय-समय पर ऐसे आयोजन होने चाहिए जिससे रिश्ते और मजबूत हो.

बैठक में प्रमंडलीय आयुक्त राजीव अरुण एक्का, डीआइजी विपुल शुक्ला, डीसी अमीत कुमार, एसपी इंद्रजीत महथा. डीडीसी आरएस वर्मा, एसडीओ नैंसी सहाय, सिविल सर्जन डॉ कलानंद मिश्रा, जिला योजना पदाधिकारी अरविंद कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुभाष कुमार, मनातू बीडीओ रवि प्रकाश, जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी देवेंद्रनाथ भादुड़ी सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे.

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