Advertisement
नामांकन के साथ बच्चों का ठहराव जरूरी
ग्रामीणों में जागरूकता का अभाव होने के कारण बच्चों को स्कूल भेजने के बजाये घर पर रखते हैं चैनपुर : विद्यालय चलें चलाये अभियान के तहत प्रखंड स्तरीय आयोजित कार्यशाला का उदघाटन विधायक आलोक चौरसिया ने किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि शिक्षा विकास की पहली शर्त है. विकास की किरण तभी पहुंच पाती […]
ग्रामीणों में जागरूकता का अभाव होने के कारण बच्चों को स्कूल भेजने के बजाये घर पर रखते हैं
चैनपुर : विद्यालय चलें चलाये अभियान के तहत प्रखंड स्तरीय आयोजित कार्यशाला का उदघाटन विधायक आलोक चौरसिया ने किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि शिक्षा विकास की पहली शर्त है. विकास की किरण तभी पहुंच पाती है, जब लोग शिक्षित होते हैं और शिक्षा का नींव बचपन से ही पड़ता है. इसलिए बच्चे घर पर रहने के बजाये यदि विद्यालय पहुंचेंगे, तभी वे शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ सकेंगे. उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में जागरूकता का अभाव होने के कारण अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने के बजाये घर पर रखते हैं. वैसे लोगों को जागरूक करने की जिम्मेवारी सभी लोगों को कहा. विद्यालय प्रबंधन द्वारा इस पर विशेष पहल करने की जरूरत है.
कार्यक्रम का उदघाटन प्रमुख विजय गुप्ता, रामगढ़ प्रखंड प्रमुख गुड्डूी देवी, बीडीओ अमीत भगत ने किया. वहीं संचालन राकेश कुमार ने किया. मौके पर बीइइओ जवाहर प्रसाद, रोहित कुमार, जिप सदस्य शैलेंद्र कुमार शैलू आदि ने विचार रखे. इसके अलावा रामगढ़ प्रमुख गुड्डी देवी उप प्रमुख महावीर प्रसाद सांसद प्रतिनिधि आनंद सिंह मुखिया पूनम सिंह पारा शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष अनुराग सिंह शिक्षक संघ के जिला सचिव जितेंद्र दुबे जिला महासचिव अमरेश सिंह पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरविंद सिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया.
मौके पर बीपीओ अनु सिंह, कनीय अभियंता सुधीर दुबे, बीआरपी सरिता दुबे, मुखिया अशेष चौरसिया, मुखिया संघ के पूर्व अध्यक्ष भीषम चौरसिया, रामकरेश चौरसिया, मुखिया रामलखन चौधरी, शिक्षक विद्यासागर शर्मा सहित शिक्षक, मुखिया एवं विद्यालय प्रबंधन समिति के लोग मौजूद थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement