मनरेगा में निर्माण कराये बिना 15 लाख से अधिक की निकासी

चैनपुर प्रखंड की पतरिया खुर्द पंचायत का मामल चैनपुर (पलामू) : पलामू के चैनपुर प्रखंड की पतरिया खुर्द पंचायत में मनरेगा में व्यापक पैमाने पर अनियमितता बरते जाने का मामला सामने आया है. पंचायत की लोगों की मानें तो मनरेगा के तहत कराये गये कार्यों की सूची में जो योजना अंकित है वह धरातल पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 22, 2017 5:57 AM
चैनपुर प्रखंड की पतरिया खुर्द पंचायत का मामल
चैनपुर (पलामू) : पलामू के चैनपुर प्रखंड की पतरिया खुर्द पंचायत में मनरेगा में व्यापक पैमाने पर अनियमितता बरते जाने का मामला सामने आया है. पंचायत की लोगों की मानें तो मनरेगा के तहत कराये गये कार्यों की सूची में जो योजना अंकित है वह धरातल पर नहीं है. जबकि मनरेगा की जो सूची है, उसके मुताबिक कार्य हुए है और कार्य के विरुद्ध में राशि की निकासी की गयी है. बताया गया कि वित्त वर्ष 2013-14, 2015-16 में निकासी की गयी है. जो आंकड़े हैं, उसके मुताबिक छह योजना में बिना कार्य कराये लगभग 15 लाख की निकासी की गयी है. जानकारी के अनुसार, पीपल पेड़ से जमुना चौधरी के घर तक सड़क निर्माण की योजना स्वीकृत हुई थी. यह योजना दो लाख 30 हजार 800 रुपये की है.
इसके विरुद्ध दो लाख 6 हजार की निकासी हुई है पर धरातल पर कोई काम नहीं हुआ है. यह योजना पतरिया खुर्द के बोकया खुर्द में हुआ है. गांव के जमुना चौधरी बताते हैं कि कोई काम ही नहीं हुआ है. पता नहीं कैसे पैसे निकाल लिये गये. इसी तरह बोकया खुर्द गांव में पीपल मेन रोड से वीरकुंवर स्थान तक मिट्टी मोरम रोड के निर्माण के लिए दो लाख 84 हजार की योजना स्वीकृत हुई थी. इसके विरुद्ध दो लाख 55 हजार की निकासी हो गयी है. गांव के रामकिशुन महतो की मानें तो काम नहीं हुआ है. वह गांव जाने पर कहते हैं यकीन नहीं हो रहा है तो मेरे साथ चलिए. वह साथ ले जाकर सड़क का हाल दिखाते है.
बिना काम कराये निकासी हुई : पंसस
पतरिया खुर्द पंचायत के पंसस रामबली सिंह का कहना है कि यह सही है कि मनरेगा के तहत बिना काम कराये पतरिया खुर्द में निकासी की गयी है. लेकिन यह मामले तो सिर्फ उदाहरण है. यदि गहन जांच हो तो बड़ा मामला सामने आयेगा.
मामले की जांच हो : प्रमुख
प्रखंड प्रमुख विजय गुप्ता का कहना है कि न सिर्फ पतरिया खुर्द पंचायत में बल्कि चैनपुर प्रखंड के अन्य पंचायतों से भी लगातार यह सूचना मिल रही है कि मनेरगा के नाम पर व्यापक पैमाने पर अनियमितता हुई है. इसलिए वह इस मामले को लेकर उपायुक्त से मिलकर सभी पंचायतों में मनरेगा के तहत हुए कार्यों की विशेष जांच की मांग करेंगे.

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