कहने नहीं, करने का माद्दा हो
मेदिनीनगर : चुनाव में जो मुद्दे उठे उसके समाधान के दिशा में पहल होनी चाहिए. जनप्रतिनिधि सक्रिय नहीं रहे. समस्या का समाधान न हो सका. सिर्फ कहने की प्रवृत्ति विकसित न हो, बल्कि जरूरत इस बात की है कि चुनाव में जो मुद्दे या वादे जनप्रतिनिधि द्वारा किया गया, उसे समय-समय पर जनता द्वारा भी […]
मेदिनीनगर : चुनाव में जो मुद्दे उठे उसके समाधान के दिशा में पहल होनी चाहिए. जनप्रतिनिधि सक्रिय नहीं रहे. समस्या का समाधान न हो सका. सिर्फ कहने की प्रवृत्ति विकसित न हो, बल्कि जरूरत इस बात की है कि चुनाव में जो मुद्दे या वादे जनप्रतिनिधि द्वारा किया गया, उसे समय-समय पर जनता द्वारा भी याद कराया जाये, ताकि उसके समाधान की दिशा में पहल हो सके. चुनाव में प्रलोभन से बचना जरूरी है, यह देखना है कि वैसे प्रत्याशी का चयन करें, जो न सिर्फ स्थानीय स्तर पर, बल्कि देश के सबसे बड़े सदन में जाकर क्षेत्र की आवाज को बुलंदी से रख सकें.
यह विचार प्रभात खबर द्वारा आयोजित चुनाव चौपाल में उभर कर सामने आया. बुधवार को जीएलए कॉलेज के जेएन दीक्षित छात्रवास परिसर में चौपाल लगा. इसमें शिक्षक और छात्रों ने भाग लिया.