शिक्षकों ने विवि में की तालाबंदी

मेदिनीनगर : सरकार के विश्वविद्यालय कर्मियों को ट्रेजरी के माध्यम से वेतन भुगतान के निर्णय के विरोध में शिक्षकों ने नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय में तालाबंदी की. नीलांबर- पीतांबर विश्वविद्यालय एवं जीएलए कालेज व स्नातकोत्तर शिक्षक संघ के बैनर तले सरकार के इस निर्णय का विरोध किया गया. शिक्षकों ने सरकार के निर्णय के खिलाफ विश्वविद्यालय के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2017 8:10 AM
मेदिनीनगर : सरकार के विश्वविद्यालय कर्मियों को ट्रेजरी के माध्यम से वेतन भुगतान के निर्णय के विरोध में शिक्षकों ने नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय में तालाबंदी की. नीलांबर- पीतांबर विश्वविद्यालय एवं जीएलए कालेज व स्नातकोत्तर शिक्षक संघ के बैनर तले सरकार के इस निर्णय का विरोध किया गया. शिक्षकों ने सरकार के निर्णय के खिलाफ विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन पर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया और इसे वापस लेने की मांग की. तालाबंदी व प्रदर्शन के बाद जीएलए कालेज, स्नातकोत्तर विभाग, योध सिंह नामधारी महिला कालेज, एसजेएसएन कालेज गढ़वा के शिक्षक एवं शिक्षिकाएं धरना पर बैठ गये. सुबह दस बजे से दोपहर एक बजे तक धरना प्रदर्शन हुआ. जब तक आंदोलन चलता रहा विश्वविद्यालय के कार्यालय में ताला लटका रहा. हालांकि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एएन ओझा, कुलसचिव, वित पदाधिकारी के अलावा विश्वविद्यालय के अन्य पदाधिकारी व कर्मचारी कार्यालय में जाने का प्रयास किया. लेकिन आंदोलन पर डटे शिक्षकों ने उनकी एक नहीं सुनी और अपने मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते रहे.
धरना सभा की अध्यक्षता डॉ एन के तिवारी ने की. संचालन डॉ एसके मिश्रा ने किया. विश्वविद्यालय व कालेज के शिक्षकों ने कहा कि सरकार ट्रेजरी के माध्यम से वेतन भुगतान का निर्णय लेकर विवि की स्वायतता को खत्म करने की साजिश कर रही है. विवि व कालेज जैसे उच्च शिक्षण संस्थान के शिक्षकों एवं कर्मचारियों को ट्रेजरी से भुगतान किया जाना उचित नहीं है. सरकार अपने इस मंशा में कामयाब नहीं होगी. विवि व कालेज के शिक्षक एवं कर्मचारी पूरी चट्टानी एकता के साथ आंदोलन कर रहे हैं. सरकार को अपना यह निर्णय वापस लेना पड़ेगा. शिक्षकों ने कहा कि पिछले दो माह से वेतन का भुगतान नहीं हो रहा है.
सरकार ने अब तक भुगतान की प्रक्रिया भी तय नहीं की है. सरकार को चाहिए कि अपने इस निर्णय को वापस ले और विश्विद्यालय की स्वायत्तता को बरक़रार रखते हुए विश्वविद्यालय से ही अविलंब वेतन भुगतान कराना सुनिश्चित करें. शिक्षकों ने कहा कि फेडरेशन ऑफ यूनिवर्सिटी एंड कालेज टीचर्स एसोसिएशन ऑफ झारखंड के नेतृत्व में सरकार के इस निर्णय के खिलाफ राज्य के सभी विवि में तालाबंदी व प्रदर्शन हो रहा है.
शिक्षकों ने ग्रीष्मावकाश अवधि में विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा लेने के निर्णय का भी जोरदार विरोध किया. विवि के कुलपति व अन्य पदाधिकारियों ने शिक्षकों की मांगों को सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया. मौके पर डॉ अखिलानंद पांडेय, डॉ कुमार वीरेंद्र, डॉ प्रवीण प्रभाकर,डॉ एजे खान ,डॉ अवध पांडेय,डॉ एसके पांडेय, डॉ मृत्युंजय कुमार, डॉ बैजनाथ राय, डॉ आरके झा,डॉ अजय कुमार पासवान, प्रो भीम राम, डॉ छाया चटर्जी, डॉ शोभा रानी, डॉ सरिता कुमारी,डॉ सुनीता कुमारी,डॉ मंजू सिंह, डॉ जसवीर बगा, डॉ शिवपूजन प्रसाद सिंह,डॉ विमल कुमार सिंह, डॉ राजेन्द्र सिंह,डॉ धर्मेन्द्र कुमार सिंह,प्रो कुर्रत उल्लाह,डॉ विभेश चौबे,डॉ खुर्शीद आलम,डॉ महेंद्र तिवारी आदि मौजूद थे.

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