एनएच पर शराब की दुकान बंद होने के बाद किया था नये तरीके का इजाद
प्रतिनिधि (नावाबाजार), पलामू
शराब के अवैध करोबार का एक अनोखा तरकीब इजाद कर एक शख्स इस धंधे में लगा था. उसकी गतिविधियों को देखकर किसी को भी शक नहीं होता था कि वह शराब का धंधा करता है. क्योंकि वह एक थैले में शराब का बोतल रखता था. सड़क के किनारे जिस तरह बस व अन्य वाहन के खड़ा होने के बाद निर्धारित स्थान पर चना, ककड़ी, खीरा बेचने वाले पहुंचते थे उसी तरह वह थैले में शराब लेकर बाराती वाहन या फिर ट्रक के पास पहुंच जाता था. शराब देता था, पैसा लेता था और वहां से निकल जाता था.
शराब का अवैध कारोबार करने का यह तरीका पलामू के लिए नया था और यह तरीका तब अपनाया गया जब सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में एनएच के किनारे जो शराब दुकान हैं वह बंद हो चुके हैं. पुलिस की सक्रियता के कारण इस धंधे का भंडाफोड़ हुआ है. नावाबाजार पुलिस ने इस धंधे में शामिल बबलु साव को गिरफ्तार किया है.
बबलु साव एनएच 98 पर तुकबेरा पेट्रोल पंप के पास यह धंधा करता था. नावाबाजार थाना प्रभारी रामाधार चौधरी ने बताया कि पकड़े जाने के बाद बबलु साव ने बताया कि वह पेट्रोल पंप के पास ही रहता था. यदि होटल में कोई गाड़ी रूकी या फिर तेल लेने पंप पर कोई वाहन खड़ा हुआ तो वह पहले देखा करता था कि उसमें किस तरह के लोग बैठे हैं.
बबलु ने बताया कि जब लगता था कि इस में बैठे लोग शराब ले सकते हैं तो वह इशारों में पुछता था. जब उधर से सहमती मिलती थी तो वह थैले के साथ जाकर शराब उपलब्ध करा देता था. एनएच के किनारे अवैध शराब धंधे पर रोक लगे इसके लिए पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा, पुलिस उपाधीक्षक डॉ हीरालाल रवि ने निर्देश जारी किया था, जिस पर नावाबाजार पुलिस अभियान चला रही थी.
इसी दौरान पुलिस को बबलु साव के बारे में पता चला और पुलिस ने उसे एनएच पर शराब बेचते रंगे हाथ पकड़ा. बबलु को पुलिस ने जेल भेज दिया है. पलामू पुलिस अब इस बात का पता लगाने में जुटी है कि क्या बबलु की तरह अन्य किसी स्थान पर इस तरह का कार्य तो नहीं हो रहा है. अवैध कारोबार का कोई इस तरह का नया तरीका कहीं इजाद तो नहीं किया गया. इन सभी पहलुओं पर पुलिस जानकारी इकठ्ठा करने में लगी है.
पुलिस को यह भी सूचना मिल रही है कि शराब को खपाने के लिए शराब माफिया भी बबलु साव की तरह अन्य युवकों को खड़ा कर एनएच पर शराब की बिक्री करा रहे हैं. पुलिस इस सूचना के सत्यापन करने में जुटी है.