रोज छह से सात घंटे लगा रहता है जाम
मेदिनीनगर : लामू में प्रचंड गरमी पड़ रही है. ऐसे में आप कहीं जा रहे हैं और जाम में फंस जाते हैं. दोपहर का समय हो, चिलचिलाती धूप हो तो स्थिति कैसी होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. एक-दो दिन के ऐसे अनुभव व्यक्ति को परेशान कर देता है. लेकिन यहीं परेशानी यदि किसी […]
मेदिनीनगर : लामू में प्रचंड गरमी पड़ रही है. ऐसे में आप कहीं जा रहे हैं और जाम में फंस जाते हैं. दोपहर का समय हो, चिलचिलाती धूप हो तो स्थिति कैसी होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. एक-दो दिन के ऐसे अनुभव व्यक्ति को परेशान कर देता है. लेकिन यहीं परेशानी यदि किसी के दिनचर्या में शामिल हो जाये, तो समस्या कितनी विकट है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. कुछ ऐसी ही स्थिति बनी है एनएच-75 पर मेदिनीनगर-औरंगाबाद मार्ग पर अमानत पुल की. अभी अमानत नदी पर बने जिस पुल पर आवागमन हो रहा है, वह ब्रिटिश शासनकाल में बना है.
1940 में कुमार धुबी कंस्ट्रक्शन ने इसका निर्माण कराया था. यह पुल वन लेन का था. सड़क पर आवागमन भी कम था. लेकिन अब पथ एनएच के परीधि में आ गया है. जिस मार्ग पर पुल है वह झारखंड को बिहार, उत्तर प्रदेश व छत्तीसगढ़ को जोड़ता है. यह देखते हुए अमानत नदी पर टू लेन पुल की योजना स्वीकृत की गयी थी.
पुराने पुल के बगल में नया पुल बन कर तैयार है. लेकिन उस पर आवागमन शुरू नहीं हो पाया है. पुल बने लगभग छह माह हो गये. बताया जाता है कि पुल के लिए जो पहुंच पथ है, उसका अधिग्रहण किया जाना है. जिसकी जमीन है, वे लोग देने के लिए भी तैयार है. प्रक्रिया भी बढ़ी. लेकिन इसका अभी तक अपेक्षित परिणाम सामने नहीं आ पाया है. इसका नतीजा यह है कि पुराने पुल जिस पर आवागमन जारी है. उस पर आये दिन जाम की स्थिति बनी रह रही है.
औसतन छह से सात घंटा अमानत पुल जाम रहता है. अभी लगन चल रहा है. इसलिए शाम में वाहनों का आवागमन और बढ़ जाता है इस कारण घंटों जाम रहता है. गरमी के कारण अमानत नदी सूखा हुआ है, इसके कारण जो मोटरसाइकिल सवार है, वह अपना वाहन नदी में उतार कर किसी तरह पार करते हैं. जिस तरह प्रतिदिन छह से सात घंटे जाम रहता है.
औसतन जाम के कारण लोग 15 से 20 हजार रुपये का अतिरिक्त डीजल-पेट्रोल भी खर्च करते हैं. पुल बनने के बाद भी जाम की स्थिति बनी रह रही है. ऐसे में सुलगता सवाल यह है कि आखिर नये पुल पर आवागमन कब शुरू होगा.
जल्द पूरी होगी प्रक्रिया : उपायुक्त
उपायुक्त अमीत कुमार ने कहा कि जिस स्तर पर मामला लंबित पड़ा हुआ था उन्हें तत्काल इसे दूर करने को कहा गया है. जल्द ही इसकी प्रक्रिया पूर्ण कर ली जायेगी. भू-अर्जन के लिए जिन्हें रिपोर्ट देनी थी, उन्हें रिपोर्ट देने को कहा गया है. लोगों को परेशानी हो रही है. इस परेशानी से लोगों को निजात मिले इसके लिए प्रशासन सक्रियता के साथ काम कर रही है.