दबे-कुचले का उत्थान करेगी कमेटी
अंजुमन इसलामिया कमेटी का गठन मेदिनीनगर : पलामू में अंजुमन इसलामिया कमेटी का गठन किया गया. कमेटी में पदधारियों का चयन नहीं हुआ है. कमेटी के गुड्डू खान, अजहर रब्बानी, वसीम खान आदि ने बुधवार को मुसलिम नगर के रहमानिया मैरेज हाल में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कमेटी के उद्देश्य एवं कार्यों की जानकारी दी. […]
अंजुमन इसलामिया कमेटी का गठन
मेदिनीनगर : पलामू में अंजुमन इसलामिया कमेटी का गठन किया गया. कमेटी में पदधारियों का चयन नहीं हुआ है. कमेटी के गुड्डू खान, अजहर रब्बानी, वसीम खान आदि ने बुधवार को मुसलिम नगर के रहमानिया मैरेज हाल में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कमेटी के उद्देश्य एवं कार्यों की जानकारी दी.
कमेटी के लोगों ने बताया कि राज्य के अन्य जिलों में अंजुमन इसलामिया कमेटी कार्य कर रही है. पलामू में भी इसका गठन किया गया है. कमेटी के गठन का मुख्य उदेश्य मुसलिम समाज के दबे कुचले लोगों के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक उत्थान की दिशा में काम करना है. मुसलिम समाज की बड़ी आबादी शिक्षा से कोसों दूर है.
गरीबी व बेकारी का लोग दंश झेल रहे हैं. कहने को तो सरकार द्वारा मुसलिम समाज के लोगों को कई लाभ दिया जाता है. लेकिन हकीकत कुछ और ही है. मुसलिम समाज में भी धोबी जाति के लोग हैं, लेकिन इन्हें दलित वर्ग में शामिल नहीं किया गया और न ही इन्हें दलित सीट से चुनाव लड़ने का अधिकार मिला है. मुसलिम जाति के लोगों के उत्थान के नाम पर सिर्फ राजनीति होती है.
आज मुसलिम समाज के लोग वोट बैंक के रूप में देखे जाते है. सांसद या विधायक मुसलिम वर्ग के चंद लोगों को आर्थिक लाभ पहुंचा कर मुसलिम समाज के विकास के प्रति अपने कर्तव्य की इतिश्री समझ लेते है. इस तरह मुसलिम समाज का बड़ा तबका जो हर तरह से कमजोर है उसकी स्थिति बदहाल होती जाती है. अंजुमन कमेटी समाज के लोगों को एकजुट कर उनके उत्थान एवं सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए कार्य करेगी.
कमेटी पूर्ण रूप से सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहेगी. इस कमेटी का राजनीति से कोई मतलब नहीं रहेगा. समाज में शिक्षा का विकास करना और उससे जुड़े कार्यों को आगे बढ़ाना कमेटी की प्राथमिकता है. मौके पर इसराइल आजाद उर्फ मिंटु, सन्नु सिद्दीकी, अशफर रब्बानी, फहद फारूख, लाड़ले खान, खालिद अहमद, नदीम खान, समीर गुड्डू, शब्बू खान, जाबीर खान, मो. शमशाद, लडन खान, मो. शान आदि मौजूद थे.