प्रतिनिधि
मेदिनीनगर : झारखंड में 12 से 19 जून तक कृषि जागृति अभियान चलेगा. इस अभियान के दौरान पलामू प्रमंडल में सक्रियता के साथ काम हो. आमजनों तक सरकार का यह अभियान पहुंचे. इसके लिए कार्य योजना तैयार की गयी. सोमवार को डीआरडीए सभागार में आहूत बैठक में राज्य के कृषि मंत्री रणधीर कुमार सिंह व कृषि सचिव पूजा सिंघल ने भाग लिया. बैठक कृषि, पशुपालन, मत्स्य, उद्यान, सहकारिता, गव्य विकास की बिंदुवार समीक्षा की गयी. बताया गया कि किसान आधुनिक तरीके से कैसे खेती करें. दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा मिले. मत्स्य पालन में लगे लोग उत्साहित होकर काम करें. इसके लिए उन्हें प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया गया. बताया गया कि पलामू में 35 बीज ग्राम खोले गयेहैं जहां मानक के अनुरूप बीज का उत्पादन किया जायेगा. किसानों को ससमय उत्तम बीज, खाद मिले इसे सुनिश्चित करने को कहा गया है. खाद, बीज की कालाबाजारी रुके इसके लिए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश संबंधित विभाग के पदाधिकारी को दिया गया.
बैठक में बताया गया कि पलामू में एक दुग्ध प्रोसेसिंग प्लांट लगेगा. दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए यह प्लांट लगाये जाना है. इसके लिए चियांकी में स्थल चिह्नित कर ली गयी है. जल्द ही इस प्लांट के निर्माण कार्य का शिलान्यास मुख्यमंत्री द्वारा किया जायेगा. बैठक में किसानों के बीच पंप सेट वितरण पर भी चर्चा की गयी. तय किया गया कि जिन किसानों को मनरेगा के तहत सिंचाई कूप मिला है उन लाभुकों कृषि विभाग द्वारा पंप सेट उपलब्ध कराया जायेगा. इसमें पलामू के लिए 2500 पंप सेट का आवंटन करने का निर्णय लिया गया. कृषि विभाग द्वारा जिन पुराने तालाबों का जीर्णोद्धार कार्य किया जा रहा है उस कार्य को मई माह के अंत तक पूरा करने को कहा गया है ताकि बरसात का पानी तालाबों में जमा हो सके.
बैठक में पलामू उपायुक्त अमित कुमार, कृषि विभाग के निदेशक राजीव कुमार, डीआरडीए के निदेशक हैदर अली सहित कृषि, मत्स्य, सहकारिता, गव्य विकास, उद्यान पदाधिकारी मौजूद थे.
सक्रियता के साथ लगी है सरकार : मंत्री
कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने कहा कि किसानों का उत्थान हो इसके लिए राज्य सरकार सक्रियता के साथ लगी है. कृषि अर्थव्यवस्था की रीढ़ है इसे मजबूत करने के लिए सरकार योजनाबद्ध तरीके से काम कर रही है. किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने, समय पर खाद बीज उपलब्ध कराने, फसल बीमा, कृषि यंत्र आदि की व्यवस्था के लिए सरकार कार्य योजना तैयार की है और उस पर सक्रियता के साथ काम किया जा रहा है. सरकार का उदेश्य है कि किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो और खेतिहर मजदूर की भी स्थिति मजबूत हो. बैठक के बाद मंत्री श्री सिंह पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पशुपालन, मत्स्य व कृषि से किसान जुड़े हुए हैं. किसानों की आर्थिक स्थित तभी मजबूत होगी जब पशुपालन, मत्स्य एवं कृषि के विकास के लिए काम होगा.
दो लाख हेक्टेयर बंजर भूमि को बनाया जायेगा उपजाऊ : पूजा सिंघल
कृषि सचिव पूजा सिंघल ने कहा कि राज्य भर में जो बंजर व खेती योग्य भूमि नहीं है उसे खेती योग्य बनाने के लिए भी सरकार काम कर रही है. इसे लेकर पूरे राज्य में दो लाख हेक्टेयर बंजर भूमि को चिह्नित किया गया है जिसे उपजाऊ बनाने के दिशा में कार्य किया जा रहा है. बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए सचिव श्रीमती सिंघल ने कृषि जागृति अभियान पर विस्तार से प्रकाश डाला. बताया कि 12 से 19 जून तक पूरे राज्य में किसानों को जागरूक करने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत किसानों को आधुनिक तरीके से खेती करने के लिए प्रेरित किया जायेगा. साथ ही सरकार द्वारा किसानों के हितों के लिए चलायी जा रही फसल बीमा, हेल्थ कार्ड आदि के बारे में जानकारी दी जायेगी. वैज्ञानिक तरीके से खेती करने के लिए मिट्टी की जांच कराने व कृषि यंत्र का उपयोग करने के लिए जागरूक किया जायेगा. सचिव श्रीमती सिंघल ने बताया कि पिछले वर्ष -किसानों को 800 गाय देने का जो लक्ष्य निर्धारित था वह पूरा नहीं हो पाया था. अभियान के दौरान वैस किसानों को चिह्नित किया जायेगा और उन्हें गाय उपलब्ध कराया जायेगा. सरकार का प्रयास है कि किसान कृषि, पशुपालन, मत्स्य क्षेत्र में बेहतर
कार्य करें और अपने स्थिति को मजबूत बनाये.