छत्तरपुर (पलामू) : भाकपा माओवादी का सक्रिय सदस्य रितिक कुमार सिंह उर्फ रितिक यादव को छत्तरपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है, इसकी जानकारी डीएसपी शम्भू कुमार सिंह ने देते हुए बताया की गुप्त सूचना के आधार पर थाना क्षेत्र के रुद गांव से गिरफ्तारी की गयी. पकड़ा गया नक्सली रितिक विगत कई वर्षों से माओवादी संगठन के मध्य जॉन के कमांडर नितेश जी उर्फ इरफान उर्फ सूरज जी उर्फ नन्दु यादव के दस्ता में सक्रिय रूप से रहकर नक्सली घटना को अंजाम देता था.
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डीएसपी श्री सिंह ने बताया की रितिक वर्ष-2013 के बाद झारखंड राज्य के पलामू जिला एवं बिहार राज्य के गया व औरंगाबाद जिला में घटित कई नक्सली कांडो में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. जिसमें वर्ष 2013 में नितेश जी के दस्ता के साथ लकडबंधा, जिला-चतरा के जंगल में टीपीसी के साथ मुठभेड़ की घटना में शामिल था जिसमें उक्त घटना में भाकपा माओवादी संगठन के चार सदस्यों की हत्या टीपीसी नक्सली संगठन ने कर दी थी.
वर्ष 2015-16 में छत्तरपुर थाना के खजूरी-नौडीहा गांव में बाकी-छत्रधारी नदी पर निर्मानाधीण पुल के ठेकेदार से लेवी नहीं मिलने पर दस्ता के सदस्यों के द्वारा पोकलेन मशीन को जलाने की घटना में शामिल था. वर्ष 2016 में पलामू के काला पहाड़-महुदंड के बीच जंगल में टीपीसी उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ हुआ था जिसमें टीपीसी के 3-4 सदस्य मारे गये.
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वहीं वर्ष 2017 में काला पहाड़ क्षेत्र में ही पुलिस के साथ मुठभेड़ की घटना सहित वर्ष 2017 में खोटवा-बथान जंगल मदनपुर, औरंगाबाद में नितेश जी के दस्ता के साथ पुलिस मुठभेड़, जिसमें दस्ता के एक सदस्य विनय यादव उर्फ जलेबी के पैर में गोली लगने से जख्मी हुआ था व एक सदस्य देवकी भुइयां मारा गया था. वर्ष 2018 में चाईबासा में भाकपा माओवादी संगठन के बड़े नेताओं के साथ मिटिंग बुलाई गयी थी जिसमें पुलिस बल के साथ लगातार तीन मुठभेड़ की घटना हुई थी, इस घटना में आईईडी विस्फोट किया गया था जिसमें कई पुलिसकर्मी वाले भी जख्मी हुए थे उक्त सभी घटनाओं में शामिल रहने की बात स्वीकार की है.
श्री सिंह ने बताया कि रितिक को पांच वर्ष की उम्र में रुदा के एक व्यक्ति के द्वारा लावारिश अवस्था में पाने पर अपने साथ घर ले आया था व उसी के घर उसका पालन पोषण किया गया. रितिक के माता पिता व स्थाई घर की जानकारी नहीं है. करीब आठ वर्ष की उम्र में रितिक को भाकपा माओवादी संगठन का कुख्यात नक्सली संदीप जी के द्वारा दबाव बनाकर संगठन में शामिल कर लिया था तब से वह सक्रिय सदस्य के रूप में कार्य कर रहा था. इस अभियान में थाना प्रभारी वासुदेव मुंडा, सूबेदार आर एन बड़ाईक, भूपेंद्र सिंह सहित अन्य जवान शामिल थे.