महाकुंभ की भगदड़ में रेहला की एक महिला की मौत
पलामू जिले के नावाबाजार थाना क्षेत्र के राजहरा गांव की गायत्री देवी की मौत बुधवार की रात प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ में हो गयी.
मेदिनीनगर/विश्रामपुर. पलामू जिले के नावाबाजार थाना क्षेत्र के राजहरा गांव की गायत्री देवी की मौत बुधवार की रात प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ में हो गयी. वर्तमान में गायत्री देवी रेहला में रहती थी. इस घटना में उसके कुछ परिजन भी घायल हो गये हैं. जिसमें उसकी बहन की हालत गंभीर बतायी जा रही है. प्रयागराज अस्पताल में इलाजरत है. जानकारी के अनुसार सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी अमरीश पांडेय पत्नी गायत्री देवी व बड़े बेटे सहित दर्जन भर रिश्तेदारों के साथ सोमवार को प्रयागराज महाकुंभ में गये थे. सभी मंगलवार को दोपहर महाकुंभ मेला में पहुंच गये थे. मौनी अमावस्या को प्रातः स्नान करने के लिए सभी वहीं रुक गये. मंगलवार की रात्रि नौ बजे संगम तट किनारे सभी लोग चादर बिछा कर सोये हुए थे. इसी बीच रात्रि लगभग दो बजे बेरिकेडिंग टूट जाने के बाद भगदड़ मच गयी. तट पर सोये लोग अनियंत्रित भीड़ की चपेट में आ गये. भीड़ द्वारा कुचल जाने से 60 वर्षीय गायत्री देवी की मौत हो गयी, जबकि उनकी बड़ी बहन 62 वर्षीय तेतरी देवी गंभीर रूप से घायल हो गयी. इसके अलावा मृतका के भाई राम कृपाल तिवारी व जीजा कयास दुबे भी घायल हैं. कयास दुबे गढ़वा जिला के झुरा गांव के रहनेवाले हैं. मृतका गायत्री देवी का मायका तोलरा गांव में है. अमरीश पांडेय सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद रेहला में घर बनाये थे, जहां दोनों पति -पत्नी पिछले 10 वर्षों से रह रहे थे. मृतका के भतीजा पुष्कर पांडेय ने बताया कि चाची का शव लेकर परिजन वापस आ रहे हैं. गुरुवार को पैतृक गांव राजहरा में कोयल नदी तट पर दाह संस्कार किया जायेगा. उन्होंने बताया कि मृतका का छोटा बेटा प्रयागराज के आर्मी कैंप में ही पदस्थापित है. इधर, घटना के बाद से क्षेत्र में शोक व्याप्त है.
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